रायबरेली । कांग्रेस का गढ़ कही जाने वाली परम्परागत सीट रायबरेली पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। देश भर की मीडिया दो दिनों से राहुल के नामांकन को लेकर रायबरेली में डटी रही मगर नामांकन के लिए राहुल गांधी के साथ आये गांधी परिवार के किसी सदस्य ने बिना कोई बयान दिये ही वापस जाना उचित समझा।
हालांकि रायबरेली से उड़ान भरने के बाद रायबरेली से कांग्रेस प्रत्याशी राहुल गांधी व प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया के ङ्ग एकाउंट पर भावुक पोस्ट किए।
राहुल गांधी ने लिखा रायबरेली से नामांकन मेरे लिए भावुक पल था ! मेरी मां ने मुझे बड़े भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है और उसकी सेवा का मौका दिया है। अमेठी और रायबरेली मेरे लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही मेरा परिवार हैं और मुझे ख़ुशी है कि 40 वर्षों से क्षेत्र की सेवा कर रहे किशोरी लाल जी अमेठी से पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे।अन्याय के खिलाफ चल रही न्याय की जंग में, मैं मेरे अपनों की मोहब्बत और उनका आशीर्वाद मांगता हूं। मुझे विश्वास है कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने की इस लड़ाई में आप सभी मेरे साथ खड़े हैं।
प्रियंका वाड्रा ने भी ङ्ग पर लिखा
कुछ दिनों पहले मां ने कहा था, मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। वह रायबरेली आकर पूरा होता है। ऐसा परिवार, जिसने कई पीढिय़ों को अपने में मिला लिया; जो दशकों तक हर उतार-चढ़ाव, सुख-दुख, संकट और संघर्ष में चट्टान की तरह हमारे साथ खड़ा रहा। यह स्नेह और भरोसे का रिश्ता है। यह सेवा और आस्था का रिश्ता भी है जो आधी सदी से अटूट है।
हमें यहां के लोगों से जितना प्यार, जितनी आत्मीयता और सम्मान मिला है, वह अनमोल है। परिवारिक रिश्ते की सबसे बड़ी सुंदरता ये होती है कि आप चाहकर भी कभी उसके स्नेह का कर्ज नहीं उतार पाते। इस मुश्किल वक्त में, जब हम देश के लोकतंत्र, संविधान और जनता के अधिकारों को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, तो इस लड़ाई में भी हमारा पूरा परिवार दृढ़ता से हमारे साथ खड़ा है।
आज हजारों परिवारजनों की मौजूदगी में बड़े भाई राहुल जी ने अपना चुनाव नामांकन दाखिल किया।
नामांकन करने के बाद राहुल गांधी ने की पूजा-अर्चना
रायबरेली।(आरएनएस)कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल करने के बाद पार्टी कार्यालय पहुंचे और पूजा-पाठ किया। इस दौरान उनके साथ उनका पूरा परिवार भी मौजूद था। यहां पर नामांकन से पहले पूजा करने की परंपरा सोनिया गांधी ने 2004 में शुरू की थी। राहुल गांधी ने भी इस परंपरा को निभाया।
सोनिया गांधी ने सबसे पहले 1999 में अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन 2004 में राहुल गांधी के लिए सीट छोड़ दी तब से वह रायबरेली लोकसभा सीट से सांसद थीं। इस बार राज्यसभा के लिए चुने जाने के बाद उनकी सीट पर राहुल गांधी ने नामांकन दाखिल किया है।
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