नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी सरकार की प्राथमिकता जाति, बिरादरी से परे हटकर समाज के वंचित वर्गों और निचले तबकों के लोगों का विकास है और जो लोग सत्ता में रहते हुए ”कुछ कर नहीं पाए वे हताशा के कारणÓÓ इसकी आलोचना कर रहे हैं।
प्रधान ने कहा, ”प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में गरीब कल्याण का एक मॉडल सामने आया है। अभी हम विश्वकर्मा योजना लेकर आए हैं, उसका लाभ सबसे अधिक अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को होगा।ÓÓ उन्होंने कहा, ”जो भी गरीब हैं उन्हें लाभ मिलेगा क्योंकि गरीब की कोई जाति नहीं होती है, गरीब का कोई मजहब नहीं होता।ÓÓ
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधान ने कहा, जो लोग (कांग्रेस) दायित्व में रहते हुए कुछ नहीं कर पाए, वे लोग उन्हें गाली दे रहे है जो गरीबों की चिंता कर रहे हैं। यह उनके हताशा भाव को स्पष्ट करता है। इसी को मौका-परस्ती और अवसरवादी राजनीति कहते हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता प्रधान ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कल्याणकारी व्यवस्था चल रही है और सरकार की प्राथमिकता समाज के वंचित वर्गों, समाज के निचले तबकों का विकास है।
विपक्ष की आलोचना को खारिज करते हुए प्रधान ने कहा कि जब मोदी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने अपने पहले भाषण में ही कहा था कि उनका दायित्व भारत की महिलाओं के प्रति ज्यादा रहेगा। प्रधान ने कहा कि सरकार ने इस दिशा में जनधन बैंक खाता खुलवाने से लेकर शौचालय निर्माण और दो दिन पहले उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों के लिए 100 रूपये सब्सिडी बढ़ाने जैसे कदम उठाए गए।
उन्होंने दावा किया, ”पिछले नौ-साढ़े नौ साल के सरकार के कदमों को देखेंगे तो मोदी सरकार ने महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक एवं सामाजिक सशक्तीकरण में एक समग्र रणनीति के तहत अपना दायित्व निभाया है जबकि बाकी लोग ईर्ष्या करते हैं।ÓÓ प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘महिला विकासÓ की बात पर बल दिया है और उन्होंने वैश्विक मंच पर इसे उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग इस पर आपत्ति कर रहे हैं, उनकी राजनीतिक कुंठाएं हैं और उनके बारे में क्या कहा जा सकता है।
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