नई दिल्ली शूटिंग के लिए इसी वर्ष एमबीबीएस को छोड़ने वाली फरीदकोट (पंजाब) की सिफ्त कौर समरा एशियाई खेलों के कंपटीशन से पहले की रात साथी आशी चौकसी से कह रही थीं कि वे दोनों स्वर्ण और रजत पदक जीत सकती हैं। सिफ्त ने बुधवार को स्वर्ण जीत लिया, लेकिन फाइनल में विश्व कीर्तिमान बनाने का उन्हें अंदाज भी नहीं था। सिफ्त अमर उजाला से कहती हैं कि एशियाड का स्वर्ण तो उनके लिए खुशी है ही, लेकिन विश्व कीर्तिमान का पता लगना उनके लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं था। इसने स्वर्ण की खुशी को दोगुना कर दिया है।