कुआलालंपुर । भारतीय शटलर एचएस प्रणय ने मलेशिया मास्टर्स के फाइनल में चीन के वेंग होंग यांग की चुनौती को पार करते हुए अपने करियर का पहला बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर खिताब जीत लिया। प्रणय ने एक घंटे 34 मिनट तक चले थका देने वाले मुकाबले में यांग को 21-19, 13-21, 21-18 से मात दी। पहली बार यांग का सामना कर रहे प्रणय ने मुकाबले की चौकस शुरुआत की और पहले गेम में ब्रेक तक 11-10 की बढ़त बना ली। ब्रेक के बाद प्रणय 15-12 की बढ़त लेने में सफल रहे, लेकिन चीनी खिलाड़ी ने भी मज़बूत वापसी की और लगातार तीन अंक बनाते हुए स्कोर बराबर कर दिया।
प्रणय ने अपने फोरहैंड पर भरोसा दिखाया और बढ़त की स्थिति में लौटकर पहला गेम 21-19 से जीतने में सफल रहे।
दूसरा गेम प्रणय के लिये अपेक्षाकृत मुश्किल साबित हुआ। यांग ने 1-0 से पिछडऩे के बाद दमदार शुरुआत की और शुरुआती अंकों के लिये खींचा-तानी के बाद चीनी शटलर लगातार छह अंक बनाते हुए 17-10 से आगे हो गये। प्रणय ने गेम के अंतिम क्षणों में थोड़ा संघर्ष दिखाया लेकिन यांग को 21-13 की जीत हासिल करने से नहीं रोक सके। मुकाबला जैसे ही तीसरे गेम में पहुंचा, दोनों खिलाडिय़ों ने अपनी 100 प्रतिशत क्षमता का प्रदर्शन करते हुए लंबी रैलियां खेलीं। एक समय पर 5-7 से पिछड़े हुए प्रणय एक बार फिर ब्रेक तक 11-10 की बढ़त बनाने में सक्षम रहे।
प्रणय ने 14-11 और 16-13 पर दो बार तीन-तीन अंकों की बढ़त बनायी, लेकिन दोनों बार ही उन्होंने यांग को मैच में वापस आने का मौका दिया। प्रणय जब 17-16 से आगे थे तब उन्होंने फोरहैंड से एक पॉइंट बनाया, लेकिन उनकी दो अप्रत्याशित गलतियां के कारण यांग ने 18-18 पर बराबरी कर ली। अंतत: प्रणय का फोरहैंड ही उनके काम आया और उन्होंने इस ज़ोरदार शॉट का इस्तेमाल करते हुए कोर्ट के दोनों छोरों पर एक-एक अंक अर्जित करते हुए चैंपियन पॉइंट अर्जित किया, और तीसरे शॉट पर उसे जीत में बदलने में कामयाब हुए। मलेशिया मास्टर्स पैरिस ओलंपिक चलीफिकेशन का पहला बीडब्ल्यूएफ टूर्नामेंट थे। इससे मिलने वाले अंक 2024 ओलंपिक में पहुंचने के लिये महत्वपूर्ण होंगे।
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