मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज बैंकों के लिए ‘100 दिन 100 भुगतानÓ अभियान की घोषणा की जो कि एक जून से शुरू होगा। आरबीआई ने जारी एक बयान में कहा कि ‘100 दिनोंÓ के भीतर देश के हर जिले में प्रत्येक बैंक के शीर्ष ‘100 अदाव जमा राशियोंÓ का पता लगाया जा सके और उसका निपटान किया जा सके।
केन्द्रीय बैंक ने बैंकों के लिए ‘100 दिन 100 भुगतानÓ अभियान की घोषणा की ताकि देश के प्रत्येक जिले में 100 दिनों के भीतर प्रत्येक बैंक की शीर्ष 100 अदावी जमाराशियों का पता लगाया जा सके और उनका निपटारा किया जा सके। इस उपाय से रिज़र्व बैंक द्वारा बैंकिंग प्रणाली में दावा न की गई जमाराशियों की मात्रा को कम करने और ऐसी जमाराशियों को उनके सही मालिकों/दावेदारों को वापस करने के लिए चल रहे प्रयासों और पहलों के पूरक होने की उम्मीद है।
बचत या चालू खातों में शेष जो 10 वर्षों के लिए संचालित नहीं हैं, या परिपच्ता की तारीख से 10 वर्षों के भीतर दावा नहीं किया गया है, उन्हें अदावी जमाÓ के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इन राशियों को बैंकों द्वारा रिजर्व बैंक द्वारा बनाए गए ‘जमाकर्ता शिक्षा और जागरूकताÓ (डीईए) कोष में स्थानांतरित किया जाता है।