कोलकाता। कल यानी 16 जनवरी से भारत में कोरोना के खिलाफ टीकाकारण अभियान की शुरुआत होने जा रही है। इसको लेकर देश के विभिन्न शहरों में वैक्सीन पहुंचाई जा रही है। पश्चिम बंगाल भी टीके भेजे गए हैं। हालांकि सूत्रों ने बताया है कि नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे ममता बनर्जी कैबिनेट में राज्य मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी की अगुवाई में बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया था। इस कारण से बर्धमान जिले में बुधवार को टीके ले जाने वाले एक विशेष वाहन को रोक दिया गया।
बर्धमान के पुलिस अधीक्षक भास्कर मुखोपाध्याय ने कहा कि वैक्सीन ले जाने वाली इंसुलेटेड वैन को कोलकाता और नई दिल्ली को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने के कारण एक गांव से पांच किलोमीटर की दूरी पर डायवर्ट किया गया था।
हालांकि, अनौपचारिक सूत्रों ने दावा किया कि वाहन को राष्ट्रीय राजमार्ग पर वापस लाने से पहले 20 किलोमीटर की दूरी के लिए गांव की सड़कों को पार करना था। कोलकाता में राज्य सरकार के वैक्सीन स्टोर से निकलने के बाद, वाहन ने पुरवा बर्धमान जिला स्वास्थ्य कार्यालय में 31,500 वैक्सीन की खुराक दी। इसके बाद टीके को बांकुड़ा और पुरुलिया में पहुंचाया जा रहा था। उसी समय इसे रोक दिया गया।
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इस मामले पर ट्वीट कर कहा “मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने अपने राजनीतिक पाखंड के कारण आज कोरोनो वायरस वैक्सीन को अवरुद्ध कर दिया है। इस वजह से, वैक्सीन ले जाने वाले वाहन को मोड़ना पड़ा है। यदि किसी दुर्घटना या किसी अन्य कारण से वैक्सीन नष्ट हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा?”
इस मामले पर सिद्दीकुल्लाह चौधरी की भी प्रतिक्रिया आई। उन्होंने कहा कि उन्हें वैक्सीन वैन की आवाजाही के बारे में पता नहीं था। जब उन्हें इसकी जानकारी मिली तो सड़क को खाली कर दिया गया था। लेकिन उससे पहले ही वैक्सीन ले जा रही गाड़ी को डायवर्ट कर दिया गया था।
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