Home » रोजगार से समृद्धि की ओर, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से जगदीश गुप्ता बने सफल उद्यमी, 10 लोगों को दिया रोजगार

रोजगार से समृद्धि की ओर, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से जगदीश गुप्ता बने सफल उद्यमी, 10 लोगों को दिया रोजगार

by Bhupendra Sahu

अंबिकापुर सरकार द्वारा सूक्ष्म उद्योगों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लेकर कई युवा आत्मनिर्भर बन रहे हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है जगदीश गुप्ता की, जिन्होंने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत आर्थिक सहायता प्राप्त कर अपना बेकरी व्यवसाय सफलतापूर्वक स्थापित किया और अन्य लोगों को भी रोजगार देने में सफल रहे।

लकड़ी के भट्ठे से आधुनिक मशीन तक का सफर
अम्बिकापुर के मायापुर में रहने वाले जगदीश गुप्ता बताते हैं कि उन्होंने अपने बेकरी व्यवसाय की शुरुआत एक साधारण लकड़ी के भट्ठे से की थी, पारंपरिक तरीके से काम करने में अधिक समय और मेहनत लग रहा था। आर्थिक तंगी के कारण वह अपने व्यवसाय का विस्तार नहीं कर पा रहे थे। इसी बीच उन्हें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के बारे में इन्टरनेट के माध्यम से जानकारी मिली । उन्होंने जिला व्यापार एवं उद्योग कार्यालय से संपर्क किया और योजना की विस्तृत जानकारी लेने के बाद उन्होंने योजना अंतर्गत 10 लाख रुपये का लोन लेकर अपने बेकरी व्यवसाय को आधुनिक रूप देने के लिए नई मशीनें खरीदीं। जिससे उत्पादन में तेजी आई और व्यापार में वृद्धि हुई। आज उन्होंने अपने बेकरी उद्योग में 10 लोग को रोजगार दिया हैं।

पीएमईजीपी के तहत मिला 10 फीसदी अनुदान
जगदीश गुप्ता बताते हैं कि उनका व्यवसाय अब मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। बेकरी संचालन से सालाना तीन से साढ़े तीन लाख रुपये तक की बचत हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत उन्हें लोन पर 15 प्रतिशत का अनुदान मिला, जिससे उनकी आर्थिक बोझ कम हुआ। जिससे उन्होंने अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद मिली।

सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना न केवल युवाओं को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार के नए अवसर प्रदान कर रही है। जगदीश गुप्ता जैसे सफल उद्यमी लोगों को प्रेरित करने के साथ-साथ छोटे उद्योगों की स्थापना कर आर्थिक रूप से सशक्त बन रहे हैं।

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More