मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम और भारतीय क्रिकेट टीम के बीच मेलबर्न में खेला जा रहा चौथा टेस्ट रोमांचक स्थिति में आ गया है।दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने 9 विकेट खोकर 358 रन बना लिए थे। नितीश रेड्डी (105*) और मोहम्मद सिराज (2*) नाबाद हैं।पहली पारी के आधार पर टीम अभी 116 रन पीछे है। एक समय ऐसा लग रहा था कि वह फॉलोऑन नहीं बचा पाएंगे, लेकिन रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर ने कमाल कर दिखाया।
तीसरे दिन भारतीय टीम ने 164/5 के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया था। ऋषभ पंत (28) और रविंद्र जडेजा (17) जल्दी पवेलियन लौट गए।इसके बाद रेड्डी और सुंदर के बीच 285 गेंदों में 127 रन की साझेदारी हुई। रेड्डी ने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया। वहीं, सुंदर के बल्ले से उनके टेस्ट करियर का चौथा अर्धशतक निकला।दोनों की पारियों के कारण ही भारतीय टीम फॉलोऑन बचा पाई। पैट कमिंस और स्कॉट बोलैंड ने 3-3 विकेट लिए।
नंबर-8 पर बल्लेबाजी करने आए रेड्डी ने 171 गेंदों का सामना करते हुए अपना पहला शतक पूरा किया। ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट में खेलते हुए रेड्डी नंबर-8 पर शतक जडऩे वाले पहले भारतीय बल्लेबाज भी बने।उनके बल्ले से 10 चौके और 1 छक्का निकला। वह 176 गेंदों का सामना कर चुके हैं और अभी नाबाद हैं।भारतीय टीम के शीर्षक्रम में यशस्वी जायसवाल (82) को छोड़कर और कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाया था।
रेड्डी मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर टेस्ट शतक जडऩे वाले दुनिया के तीसरे सबसे युवा बल्लेबाज बने हैं। उन्होंने 21 साल 214 दिन की उम्र में यह कारनामा किया है।इंग्लैंड के जॉन हर्ने पहले पायदान पर हैं, जिन्होंने 1911 में 20 साल 222 दिन में शतक जड़ा था।इसी तरह पाकिस्तान क्रिकेट टीम के एजाज अहमद दूसरे नंबर पर हैं, जिन्होंने साल 1990 में 21 साल 114 दिन की उम्र में मेलबर्न के मैदान पर शतक जड़ा था।
नितीश भारत की तरफ से नंबर 8 या उससे निचले क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया में शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।उनसे पहले सबसे बड़ी पारी अनिल कुंबले के नाम दर्ज थी, जिन्होंने 2008 में एडिलेड में बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 87 रन बनाए थे।इस मामले में जडेजा तीसरे पायदान पर हैं, जिन्होंने साल 2019 में सिडनी में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 81 रनों की पारी खेली थी।
रेड्डी के अलावा 22 साल या उससे कम आयु में ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैचों में शतक बनाने के साथ-साथ कम से कम 1 विकेट लेने वाले अन्य एकमात्र भारतीय खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर हैं। उन्होंने 1991-92 की सीरीज में यह कारनामा किया था।रेड्डी ऑस्ट्रेलिया की धरती पर शतक जडऩे वाले चौथे सबसे युवा भारतीय भी बने हैं। उनसे आगे सिर्फ पंत (21 साल 91 दिन), तेंदलुकर (18 साल 283 दिन और 18 साल 253 दिन) हैं।
सेना देशों में रेड्डी नंबर-8 पर शतक जडऩे वाले सिर्फ चौथे भारतीय बने हैं। उनसे पहले कुंबले (2007), अजीत अगरकर (2002) और कपिल देव (1990) ने इंग्लैंड में शतक लगाए थे।सुंदर और रेड्डी ने भारत की ओर से विदेशी सरजमीं पर 8वें विकेट के लिए तीसरी सबसे बड़ी साझेदारी की है। उनसे आगे सिर्फ सचिन और हरभजन सिंह (129 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया), राहुल द्रविड़ और जवागल श्रीनाथ (144 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया) हैं।
सुंदर नंबर-9 पर बल्लेबाजी करने आए और 162 गेंदों का सामना करते हुए 50 रन की पारी खेली। उनके बल्ले से सिर्फ 1 चौका निकला। कंगारू टीम के खिलाफ इस खिलाड़ी का दूसरा अर्धशतक रहा। उनके टेस्ट करियर का यह चौथा अर्धशतक है।