नईदिल्ली। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच बीसीसीआई ने 9 मई को आईपीएल को एक हफ्ते के लिए स्थगित करने का फैसला किया था. लेकिन 10 मई को दोनों देशों के बीच हुए सीजफायर से आईपीएल के बचे हुए 17 मैचों को दोबारा शुरू करने की चर्चा तेज हो गई है.
बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा, युद्ध रुक गया है, नई स्थिति में बीसीसीआई के पदाधिकारी, अधिकारी और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल कल (रविवार) इस मामले पर चर्चा करेंगे और फैसला लेंगे. हम देखेंगे कि टूर्नामेंट को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा कार्यक्रम कौन सा हो सकता है.
ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि टूर्नामेंट को दक्षिण भारतीय शहरों चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद में आयोजित किया जा सकता है, लेकिन शुक्ला ने कहा कि ऐसा विकल्प शायद सैन्य संघर्ष जारी रहने की स्थिति में बेहतर हो. शुक्ला ने कहा, जब युद्ध चल रहा था, तब यह एक विकल्प था. कई विकल्पों पर चर्चा की गई है. युद्ध विराम की घोषणा अभी की गई है, हमें कुछ समय दीजिए, हम चर्चा करेंगे और उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.
आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने भी सभी फ्रेंचाइजी तक टूर्नामेंट को जल्द शुरू करने का संदेश पहुंचा दिया गया है. धूमल ने कहा कि आईपीएल को फिर से शुरू करने के सभी संभावित परिदृश्यों की जल्द ही समीक्षा की जा रही है. सरकार से भी जल्द ही चर्चा की जाएगी. आईपीएल चेयरमैन ने कहा, दोनों देशों के बीच पहले ही सहमति बन चुकी है. इसके चलते हम आईपीएल को जल्द से जल्द पूरा करने की सभी संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं. हमें आयोजन स्थल और अन्य मुद्दों को अंतिम रूप देना है. अब हमें सभी हितधारकों, टीम मालिकों, प्रसारण कंपनियों से इस मामले पर चर्चा करनी है और इसे आगे बढ़ाना है. सबसे बढ़कर हमें सरकार की सलाह लेनी होगी.
ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार सभी दस फ्रैंचाइजी विदेशी खिलाडिय़ों और कोचिंग स्टाफ को भारत वापस बुलाने की कोशिश कर रही हैं, क्योंकि वे जल्द से जल्द टूर्नामेंट को फिर से शुरू करने की योजना बना रही हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, सभी फ्रेंचाइजी को तैयार रहने को कहा गया है. क्रिकेटरों तक भी यह संदेश पहुंच चुका है. स्वदेश लौटे विदेशी क्रिकेटरों को कम समय में कितनी जल्दी भारत लौट सकते हैं, इस मुद्दे पर भी चर्चा हो रही है.
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह के हमले में 26 लोग मारे गए थे. जिसके जवाब में, भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को आधी रात को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, और पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया. इसके बाद, दोनों देशों के बीच तनाव बढऩे लगा, और जंग का माहौल बन गया. कई दिनों के सैन्य तनाव के बाद शनिवार, 10 मई को दोपहर दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच संघर्ष विराम समझौता हुआ. हालांकि, समझौते के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया.
