Home » सबसे मूल्यवान संपत्ति एवं सफलता की कुंजी ज्ञान है : प्रेमप्रकाश पाण्डेय

सबसे मूल्यवान संपत्ति एवं सफलता की कुंजी ज्ञान है : प्रेमप्रकाश पाण्डेय

by Bhupendra Sahu

भिलाई । हर बच्चे में बुद्धि होती है, लेकिन उसे सही दिशा में लगाने की जरूत होती है और एक शिक्षक बच्चे को सही दिशा दिखाने का कार्य करता है। उक्त बातें छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने खुर्सीपार बालाजी नगर स्थित शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल में आयोजित शाला प्रवेशोत्सव कार्यक्रम के दौरान कहीं। पाण्डेय ने गत शैक्षणिक वर्ष के मेघावी छात्रों को पुरस्कृत कर विद्यालय में प्रवेश करने वाले बच्चों के भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाण्डेय ने बच्चों के स्कूल में प्रवेश के दौरान माता-पिता और बच्चों की भावनात्मक स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे माता-पिता बच्चों की शिक्षा और उनके भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं और चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें और समाज में प्रतिष्ठा हासिल करें। पाण्डेय ने शिक्षा और गुरु की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश्य व्यक्ति के भीतर छिपी प्रतिभा को बाहर लाना है। उन्होंने बच्चों को सही दिशा देने में शिक्षकों और संस्थानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि जैसे कच्चे आटे से रोटी, पूड़ी या पराठा बनाया जा सकता है, वैसे ही गुरु बच्चों को सही मार्गदर्शन देकर उन्हें सफल बना सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा का महत्व कभी कम नहीं होता और यह समाज के विकास में हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More