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भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते इनोवेशन ईको सिस्टम के लिए एक केस स्टडी बन रहा

by Bhupendra Sahu

बेंगलुरु। भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय द्वारा लॉन्च किए गए भारत के जी-20 प्रेसीडेंसी के ‘ जी-20 डिजिटल इनोवेशन एलायंस ‘ कार्यक्रम के तहत डिजिटल इनोवेशन एलायंस समिट का अनावरण किया गया, जो 17 से 19 अगस्त तक बेंगलुरु के पैलेस ग्राउंड में आयोजित की जाएगी। इस प्रतिष्ठित पहल में 29 देशों के स्टार्ट-अप्स भाग ले रहे हैं , जो उद्योगों में क्रांति लाने और समाज को बदलने की अपनी क्षमता व संभावना का प्रदर्शन करेंगे।

उद्घाटन समारोह में भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी व कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चन्द्रशेखर, रूद्गद्बह्ल4 सचिव अल्केश कुमार शर्मा, रूद्गद्बह्ल4 के संयुक्त सचिव श्री आकाश त्रिपाठी और नैसकॉम अध्यक्ष सुश्री देबजानी घोष उपस्थित रहे। समिट को संबोधित करते हुए स्टेट मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा, हाल के समय तक टैक्नोलॉजी का केंद्र बुद्धिमत्ता वाले कुछ देशों व कुछ कॉर्पोरेट्स में होता था। हालांकि अब यह ओपन सोर्स की ओर बढ़ रहा है। हमारे युवा स्टार्ट-अप इनोवेशन को उत्प्रेरित कर टैक्नोलॉजी के भविष्य को आकार दे रहे हैं। आज भारत बाकी दुनिया के लिए एक केस- स्टडी बन रहा है कि कैसे हमने इंडियास्टैक जैसा डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा और दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता इनोवेशन ईको सिस्टम बनाया है। भारत टैक्नोलॉजी के उपयोग से जीवन, शासन और लोकतंत्र को बदलने के लिए एक प्रमुख राष्ट्र के रूप में सामने आया है।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सचिव श्री अल्केश कुमार शर्मा ने जी-20 डीआईए के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि लगभग 107 यूनिकॉर्न और 100,000 से अधिक स्टार्टअप के साथ, भारत अब दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्रों मे से एक है , उन्होंने यह भी कहा कि डिजिटल इंडिया भारत के लिए एक परिवर्तनकारी यात्रा बन गया है। यह एक समावेशी कार्यक्रम रहा है जो डिजिटल विभाजन को कम करते हुए अंतिम मील तक पहुंचा है।नैसकॉम अध्यक्ष सुश्री देबजानी घोष ने कहा, वैश्विक गठबंधन के साथ, हम सामूहिक रूप से कार्यकर्ताओं, समस्या समाधानकर्ताओं और युवा उपलब्धि हासिल करने वालों की दुनिया बना सकते हैं। दुनिया को आगे बढ़ाने के लिए उद्यमिता की भावना की जरूरत है।समिट में भारतीय यूनिकॉर्न संस्थापकों, उद्योग के विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं, निवेशकों और प्रभावशाली विचारकों के साथ ज्ञानवर्धक सत्र आयोजित किए गए।

इन सत्रों ने रणनीतिक साझेदारी के गठन को सुविधाजनक व सक्षम बनाया और स्टार्टअप के वैश्विक पाठ्यक्रम को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इस आयोजन के दौरान स्टार्टअप्स ने छह प्रमुख विषयों शिक्षा, एग्रीटेक, फिनटेक, हेल्थकेयर, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और सर्कुलर इकोनॉमी पर अपने समाधान प्रदर्शित किए। इसके अलावा स्टार्टअप्स को जी 20 देशों और 9 आमंत्रित अतिथि देशों के निवेशकों के सामने प्रस्तुतियां देने, परामर्श सत्रों में शामिल होने और उद्योग पेशेवरों के साथ नेटवर्किंग करने का अवसर मिला। बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के भारत कंट्री डायरेक्टर और दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के प्रमुख, श्री हरि मेनन ने कहा, गेट्स फाउंडेशन को यह खुशी है कि हम रूद्गद्बह्ल4 के नेतृत्व में जी-20 डिजिटल इनोवेशन एलायंस (डीआईए) के साथ साझेदारी कर रहे हैं, ताकि जी-20 और गैर सदस्य राष्ट्रों के इनोवेर्टस का समर्थन किया जा सके और कठिन स्वास्थ्य और विकास संकटों के लिए डिजिटल समाधान प्रदान किए जा सके। भारत दुनिया के लिए स्टार्टअप हब के रूप में तेजी से उभर रहा है और हमें उम्मीद है कि जी-20 डीआईए द्वारा कई क्षेत्रों में, जैसे कृषि प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य-प्रौद्योगिकी और वित्त-प्रौद्योगिकी आदि में कई नवाचारी डिजिटल समाधान पैदा किए जा सकते हैं, जो भारत की जी-20 प्रेसिडेंसी के तहत दुनिया भर में लाखों लोगों के जीवन को सुधारने में मदद कर सकते हैं।समिट जी-20 देशों के बीच आर्थिक उन्नति और सकारात्मक सहयोगात्मक ढांचे दोनों के लिए स्टार्टअप को प्रमुख उत्प्रेरक के रूप में मान्यता देती है। इनोवेशन और उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने वाले माहौल का पोषण करके जी-20 डिजिटल इनोवेशन एलायंस समिट वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए डिजिटल इनोवेशन को चलाने के लिए स्टार्टअप्स की असीमित क्षमताओं को आगे लाता है।
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