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अन्तर्विभागीय समन्वय से भी लोगों की समस्याओं का करें निराकरण : कलेक्टर

by Bhupendra Sahu

दंतेवाड़ा। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने मंगलवार को समय सीमा की बैठक में लंबित रहे आवेदनों पर दो-टूक निर्देश देते हुए कहा गया कि जिन आवेदनों और मांगों का विभागीय अथवा अन्तर्विभागीय समन्वय से समाधान हो सकता है। उन्हें अनावश्यक लंबित रखना पूरी तरह से अस्वीकार्य है। अतः आवेदनों पर संतुष्टि परक समाधान पर अधिकारियों को ध्यान देने की आवश्यकता है। अतः पूरी निष्ठा और तत्परता से समयबद्ध निराकरण करें। यह देखा गया है कि जनहित से जुड़े हुए कई मांग और समस्याओं का हल अन्तर्विभागीय समन्वय से किया जा सकता है। इसके लिए प्रत्येक अधिकारी को स्वयं पहल करते हुए प्रयास करना आवश्यक है। इसमें किसी भी प्रकार की लेटलतीफी होने पर तुरंत संज्ञान में लिया जायेगा।

इस क्रम में कलेक्टर ने नगरपालिका और नगर पंचायतों तथा जनपद पंचायतों से कचरा प्रबंधन के संबंध में अब तक किए गए कार्यवाही की जानकारी चाही। और आगामी समय-सीमा की बैठक तक ठोस कार्ययोजना प्रस्तुत करने का निर्देश देते हुए कहा कि इसमें किसी भी प्रकार का विलंब होने पर संबंधित अधिकारी जिम्मेदार रहेगें। इसके अलावा समय-सीमा बैठक में जिले में स्कूल छात्र,छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र बनाने का कार्य और प्रदाय की अद्यतन प्रगति, टेकनार रोड की साफ सफाई के लिए कार्य योजना के तहत कार्मिकों की नियुक्त,जल जीवन मिशन के तहत जिले के हर जल प्रमाणीकरण की स्थिति,अपूर्ण टंकियों का निर्माण एवं एफएचटीसी की प्रगति, 500 मीटर से अधिक तल के बोर खनन के लिए प्राक्कलन तैयार किया जाने, जिले के 600 आंगनबाड़ी केन्द्रों का समक्ष आंगनबाड़ी केन्द्र के रूप में उन्नयन, राज्य में 06 वर्ष तक के बच्चों का 100 प्रतिशत आधार कवरेज सुनिश्चित करने के संबंध मेें जानकारी दी गई।

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