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बैनगंगा नदी में बहीं दो छात्राएं खतरे के निशान से ऊपर नर्मदा

by Bhupendra Sahu

भोपाल। मध्यप्रदेश के कई इलाकों में लगातार बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। सिवनी में स्कूल से लौट रही 12वीं कक्षा की दो छात्राएं बैनगंगा नदी में बह गई। दोनेां रपटा पार कर रही थीं, तभी पानी का तेज बहाव आ गया। एक छात्रा तैरकर सुरक्षित निकल आई। दूसरी लापता है। एसडीईआरएफ की टीम और पुलिस तलाश में जुटी है। शनिवार सुबह बड़वानी के राजघाट में नर्मदा का जलस्तर 125 मीटर तक पहुंच गया। यह खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर है। नए घाट तक पानी आने लगा है। तटीय गांवों में बाढ़ का खतरा है। कछार क्षेत्र में हो रही बारिश और ऊपरी बांधों की टरबाइन से पानी छोड़े जाने से नर्मदा के जलस्तर में लगातार बढ़त हो रही है। सिवनी में 12वीं की छात्रा नदी में बह गई। भोपाल में बड़े तालाब का वाटर लेवल आधा फीट बढ़ गया है।

भोपाल में भी बड़े तालाब का लेवल आधा फीट बढ़ गया है। यह कैचमेंट एरिया में पिछले 48 घंटे में अच्छी बारिश के चलते हुआ। बड़े तालाब को भरने वाली कोलांस नदी में चार फीट से ज्यादा पानी आ गया। पिछले पांच दिन में केरवा, कलियासोत और कोलार डैम के लेवल में भी इजाफा हुआ है। सागर में एक दिन में छह इंच बारिश दर्ज की गई। शहर की कई कॉलोनियों में पानी भर गया। सड़कें तालाब की शक्ल में नजर आई। वहीं टीकमगढ़ में भी शनिवार दोपहर तक ढाई इंच से ज्यादा पानी बरसा। जिससे हालात बिगड़े नजर आए। रायसेन के बेगमगंज में बीना नदी के उफान पर आने से ढाहिया-हरदौट रोड बंद हो गया। करीब छह गांवों का संपर्क टूट गया। जबलपुर में शनिवार को करीब तीन इंच पानी बरस गया। पचमढ़ी, मलाजखंड, मंडला, खजुराहो, नौगांव, उमरिया, दमोह, सतना, सीधी, नर्मदापुरम, गुना, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, भोपाल, धार, शिवपुरी में भी बारिश हुई है।

टीकमगढ़ में शनिवार सुबह से हो रही बारिश से हालात बिगड़े नजर आए। शहर में कई मकानों और दुकानों में पानी भर गया। दिगौड़ा-लिधौरा रोड पर नाले पर बने के ऊपर से पानी जाने लगा। इस दौरान लोग रिस्क लेकर पुल पार करते दिखे। दोपहर तक तीन घंटे में ढाई इंच से ज्यादा बारिश रिकार्ड की गई है। छतरपुर के जटाशंकर धाम में बारिश के चलते गौमुख से झरना बहने लगा। सीढिय़ों के ऊपर से बह रहे पानी को श्रद्धालु घंटों तक निहारते रह। कई लोग इस पानी में नहाने भी लगे।

आस-पास की पहाडिय़ों पर भी ऐसा ही नजारा रहा। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो सेंट्रल यूपी के दक्षिण पार्ट में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना है। एक ट्रफ लाइन पश्चिमी मप्र से गुजर रही है। इससे बारिश की एक्टिविटी है। कई जिलों में भारी बारिश भी हो रही है। अगले दो दिन पश् िचमी मध्यप्रदेश में तेज बारिश होने का अनुमान है। इसके बाद सिस्टम पूर्वी मध्यप्रदेश की ओर शिफ्ट होगा। इससे वहां भी तेज बारिश होगी।
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