जयपुर । अमेजऩ विभिन्न प्रभावशाली पहलों के माध्यम से लोगों को सशक्त बनाने की दिशा में प्रगति कर रहा है। अमेजऩ ने देश भर में 7.8 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है। अमेजऩ अपने विशाल संसाधनों और नवोन्मेषी क्षमताओं का लाभ उठाकर, वंचित आबादी को आवश्यक शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करता है। अमेजऩ फ्यूचर इंजीनियर जैसे कार्यक्रमों का उद्देश्य है, कंप्यूटर विज्ञान शिक्षा में अंतर को पाटना ताकि विभिन्न पृष्ठभूमि के युवा छात्रों को अपने करियर के लिए महत्वपूर्ण कौशल हासिल करने का अवसर मिले। इन शैक्षणिक प्रयासों के तहत कई तरह की छात्रवृत्तियों की व्यवस्था है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वित्तीय बाधाएं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच के लिए चुनौती न बनें।
इसके अलावा, अमेजऩ ने घोषणा की कि उसने शेल्टर और स्वच्छता किट सहित अपनी आपदा राहत सामग्री की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि कंपनी 72 घंटे से कम समय में ज़रूरतमंद लोगों को राहत सामग्री प्रदान कर सके। इसके लिए, अमेजऩ देश भर में राहत कार्य से जुड़ी चीज़ों को जल्दी और कुशलता से पहुंचाने के लिए अपने लॉजिस्टिक्स नेटवर्क का उपयोग करेगी।
अमेजऩ आपातकालीन प्रतिक्रियाओं से परे, स्वास्थ्य, स्वच्छता और उद्यमिता को बढ़ावा देकर स्थानीय समुदायों में निवेश करता है। महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों के लिए नौकरी के अवसर पैदा करने पर विशेष जोर दिया गया है, जो समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
अमेजऩ इंडिया के उपाध्यक्ष और कंट्री मैनेजर मनीष तिवारी ने कहा, अमेजऩ में, हमारी सफलता मूल रूप से उन लोगों की भलाई से जुड़ी है जिनकी हम सेवा करते हैं। हम वहनीय बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और व्यापक कल्याण के लिए अपने संसाधनों का उपयोग करना जारी रखेंगे और हम जिन लोगों के बीच रहते और काम करते हैं, उनके लिए अच्छे पड़ोसी बनने का प्रयास करेंगे।
अमेजऩ लक्षित अभियानों के ज़रिये स्वास्थ्य और स्वच्छता जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। अब तक, हमने 20,000 से अधिक महिलाओं और लड़कियों के जीवन में बदलाव लाने का प्रयास किया है। इसके अतिरिक्त, हम कोलकाता, हैदराबाद, चेन्नई और बैंगलोर जैसे शहरों सहित कई शहरों में सैनिटरी नैपकिन उत्पादन इकाइयां स्थापित कर इस क्षेत्र में उद्यमिता में मदद कर रहे हैं। ये विनिर्माण इकाइयां न केवल किफायती मॉडल के ज़रिये 60 ग्रामीण महिलाओं के लिए स्थायी आजीविका समाधान प्रदान करती हैं, बल्कि आस-पास रहने वाली 2000 से अधिक ग्रामीण महिलाओं और लड़कियों के लिए पर्यावरण की दृष्टि से जि़म्मेदार उत्पादों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करती हैं।
अमेजऩ.इन ने 2023 में, सार्थक एजुकेशनल ट्रस्ट के साथ साझेदारी में ग्लोबल रिसोर्स सेंटर (जीआरसी) लॉन्च किया। अमेजऩ.इन ने अब तक 10,000 से अधिक लाभार्थियों को प्रशिक्षित किया है और 6000 से अधिक दिव्यांगों (पीडब्ल्यूडी) को 20,000 रुपये तक के मासिक पारिश्रमिक के साथ रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं और यात्रा तथा आवास में सहायता की है।
अमेजऩ 1 मई से 31 मई 2024 तक चलने वाले वैश्विक स्वयंसेवक माह के अंग के रूप में ओशिक्षा, खाद्य सुरक्षा, स्थिरता और महिला सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। देश भर में 150 से अधिक आयोजनों और 40 से अधिक गैर-लाभकारी संस्थाओं के साथ साझेदारी के साथ, अमेजऩ कर्मचारियों के लिए इसमें शामिल होने के अनगिनत तरीके हैं। अब तक, 35,000 से अधिक कर्मचारियों ने कई गतिविधियों में स्वेच्छा से भाग लिया है।
इसके अलावा, अमेजऩ के प्रयास के तहत स्थानीय कारीगरों और छोटे व्यवसायों को समर्थन देना भी शामिल है। उदाहरण के लिए, एक ऐप की शुरूआत जिसने पोचमपल्ली में पारंपरिक बुनाई उद्योग को पुनर्जीवित करने में मदद की, जिससे सामुदायिक समर्थन के प्रति अमेजऩ के नवोन्मेषी दृष्टिकोण ज़ाहिर होता है। स्थानीय कारीगरों को व्यापक बाज़ारों तक पहुंचने का ज़रिया और मंच प्रदान कर, अमेजऩ न केवल सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करती है बल्कि इन समुदायों के लिए आर्थिक अवसरों को भी बढ़ाता है।
अमेजऩ की व्यापक सामुदायिक कल्याण की रणनीति, सकारात्मक बदलाव लाने और विभिन्न क्षेत्रों में सतत विकास का समर्थन करने के लिए प्रौद्योगिकी और संसाधनों का लाभ उठाने के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। कंपनी के मौजूदा प्रयास, दुनिया भर के उन समुदायों को लाभान्वित करने के प्रयास के प्रति स्पष्ट समर्पण प्रदर्शित करते हैं, जहां उसके कर्मचारी रहते हैं और काम करते हैं।
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