नई दिल्ली। एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्रमुख निजी बैंकों ने 1 जुलाई से क्रेडिट कार्ड और बैंकिंग सेवाओं पर शुल्क बढ़ाने का फैसला किया है. दोनों बैंकों ने आधिकारिक अधिसूचनाओं के माध्यम से अपने ग्राहकों को इन बदलावों के बारे में सूचित किया. इसके साथ ही एचडीएफसी बैंक ने ऑनलाइन गेमिंग, डिजिटल वॉलेट और यूटिलिटी बिल भुगतान से संबंधित लेनदेन पर ध्यान केंद्रित करते हुए क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं के लिए संशोधित शुल्क भी पेश किया है.
अगर कोई ग्राहक ड्रीम11, रम्मी कल्चर, जंगली गेम्स या एमपीएल जैसे ऑनलाइन स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म पर एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके एक महीने में 10,000 रुपये से ज्यादा खर्च करता है, तो इस कैटेगरी में कुल मासिक खर्च पर 1 फीसदी शुल्क लिया जाएगा.
यह शुल्क 4,999 रुपये प्रति महीने तक सीमित रहेगा. साथ ही ऐसे गेमिंग ट्रांजैक्शन के लिए कोई रिवॉर्ड पॉइंट नहीं दिए जाएंगे.
इसी प्रकार अगर एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके पेटीएम, मोबिक्विक, फ्रीचार्ज या ओला मनी जैसे तीसरे पक्ष के वॉलेट में एक महीने में 10,000 रुपये से अधिक राशि डाली जाती है, तो पूरी राशि पर 1 फीसदी शुल्क लगेगा, जिसकी सीमा भी 4,999 रुपये प्रति माह होगी.
यूटिलिटी भुगतान के लिए, यदि कुल खर्च एक महीने में 50,000 रुपये से अधिक हो जाता है, तो 1 फीसदी शुल्क जोड़ा जाएगा. फिर से 4,999 रुपये की मासिक सीमा के साथ. हालांकि, एचडीएफसी बैंक ने स्पष्ट किया है कि बीमा भुगतान को यूटिलिटी भुगतान के रूप में नहीं माना जाएगा, इसलिए ऐसे मामलों में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाया जाएगा. बैंक ने किराए, ईंधन और शिक्षा लेनदेन के लिए अधिकतम शुल्क में भी संशोधन किया है.
इन श्रेणियों में शुल्क की ऊपरी सीमा अब 4,999 रुपये प्रति लेनदेन होगी. किराए के भुगतान पर 1 फीसदी शुल्क अपरिवर्तित रहेगा. 15,000 रुपये से अधिक के ईंधन लेनदेन पर 1 फीसदी शुल्क लिया जाएगा, जबकि आधिकारिक कॉलेज या स्कूल की वेबसाइट या उनकी कार्ड मशीनों के माध्यम से सीधे किए गए शिक्षा भुगतान पर शुल्क नहीं लिया जाएगा.
