नई दिल्ली देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती दिख रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में एक्टिव कोरोना मामलों की संख्या 1000 के पार पहुंच चुकी है। केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट JN.1 अभी भी भारत में संक्रमण का प्रमुख कारण बना हुआ है।
किन राज्यों में कितने केस?
केरल: 430 एक्टिव केस
महाराष्ट्र: 209 केस
दिल्ली: 104 केस
गुजरात: 83 केस (76 नए)
कर्नाटक: 47 केस (34 नए)
राजस्थान: 13 केस (11 नए)
पश्चिम बंगाल: 12 केस (11 नए)
हरियाणा: 9 केस (8 नए)
उत्तर प्रदेश: 15 नए केस

कई राज्य अब भी कोरोना-मुक्त हैं, जिनमें सिक्किम, अंडमान-निकोबार, बिहार और असम शामिल हैं। पुडुचेरी में एक मरीज के ठीक हो जाने के बाद एक्टिव केस घटकर 9 रह गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की सख्ती
दिल्ली सहित कुछ राज्यों ने भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और संभावित खतरों के लिए पूरी तैयारी है।
नए वेरिएंट्स पर नजर
WHO के अनुसार, कोविड के मामलों में बढ़ोतरी के पीछे LF.7 और NB.1.8 जैसे नए सब-वैरिएंट की भूमिका हो सकती है। ये वेरिएंट चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में भी मामलों के बढ़ने की वजह बने हैं।
भारत में गुजरात में LF.7 के चार मामले और तमिलनाडु में NB.1.8.1 का एक मामला अप्रैल-मई में सामने आ चुका है।
लेकिन फिलहाल JN.1 वैरिएंट ही 53% मामलों के लिए जिम्मेदार है।
इसके बाद BA.2 (26%) और अन्य ओमिक्रॉन सब-वेरिएंट (20%) का स्थान है।
अभी घबराने की जरूरत नहीं, लेकिन सतर्कता जरूरी
हालांकि NB.1.8 और LF.7 वेरिएंट ज्यादा गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनते, लेकिन ये अधिक संक्रामक हैं। संक्रमितों में अधिकतर लक्षण सामान्य सर्दी या हल्के फ्लू जैसे पाए गए हैं।
वैक्सीन अब भी दे रही सुरक्षा
कोविड वैक्सीन गंभीर संक्रमण से बचाने में अब भी प्रभावी साबित हो रही है। ऐसे में जिन लोगों ने अभी तक टीका नहीं लगवाया है, उन्हें तत्काल वैक्सीनेशन कराने की सलाह दी गई है।
कोरोना की नई लहर अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन यदि लापरवाही बरती गई तो हालात तेजी से बिगड़ सकते हैं। मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़ से बचना फिर से ज़रूरी हो गया है। स्वस्थ रहें, सतर्क रहें।