दिल्ली। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने वर्ष 2024 के लिए पूरे देश के लिए वार्षिक भूजल गुणवत्ता रिपोर्ट जारी की है। भूजल गुणवत्ता मूल्यांकन केंद्रीय भूजल बोर्ड (सीजीडब्ल्यूबी) द्वारा किया गया था, जिसका उपयोग विभिन्न हितधारकों द्वारा उपयुक्त उपचारात्मक उपाय करने और आगे की योजना बनाने के लिए किया जा सकता है। यह रिपोर्ट भूजल गुणवत्ता निगरानी के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को अपनाने वाली पहली रिपोर्ट है, जो डेटा संग्रह, विश्लेषण और व्याख्या में एकरूपता सुनिश्चित करती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त तरीकों का उपयोग निष्कर्षों की विश्वसनीयता और तकनीकी कठोरता को और बढ़ाता है।
यह रिपोर्ट पृष्ठभूमि निगरानी, प्रवृत्ति विश्लेषण और हॉटस्पॉट पहचान के माध्यम से भारत के भूजल की गुणवत्ता का व्यापक विश्लेषण प्रदान करती है। 15,200 से अधिक निगरानी स्थानों और 4,982 प्रवृत्ति स्टेशनों पर केंद्रित आकलन से प्राप्त एक मजबूत डेटासेट के साथ, रिपोर्ट स्थानिक और लौकिक पैमाने पर भूजल गुणवत्ता भिन्नताओं के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करती है।