उनाकोटी । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने त्रिपुरा के उनाकोटी और सिपाहीजला में विधानसभा प्रचार के दौरान कहा कि कांग्रेस , ओमनिस्ट और टिपरा मोथा का गठबंधन ‘ट्रिपल ट्रबल आर्थात तीन आफत वाला गठबंधन है। त्रिपुरा में एक ओर ट्रिपल ट्रबल वाला गठबंधन है तो दूसरी ओर डवलपमेंट का डबल इंजन। जनता ने तय कर लिया है कि उन्हें ट्रिपल ट्रबल वाली सरकार नहीं बल्कि डेवलपमेंट की डबल इंजन वाली सरकार चाहिए। अमित शाह ने कहा की त्रिपुरा को समृद्ध प्रदेश बनाने हेतु के बार पुन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन वाली भाजपा-गठबंधन सरकार बनाने की अपील की। शाह ने उनाकोटी जिले के चांदीपुर और सिपाहीजला जिले के चारिलम में आहूत विजय संकल्प रैलियों को संबोधित किया।
शाह ने माँ त्रिपुर सुंदरी और सभी देवी-देवताओं को नमन करते हुए अपने उद्बोधन की शुरुआत की और कहा कि इस जगह का नाम उनाकोटी इसलिए पड़ा क्योंकि उनाकोटी मंदिर में एक करोड़ में एक कम अर्थात् 99 लाख 99 हजार 999 मूर्तियाँ स्थापित हैं। यह पूरे देश के सबसे पवित्र स्थलों में जाना जाता है। आप हमारे तीनों प्रत्याशियों को विजयी बना दीजिये, मैं आपसे वादा करता हूँ कि मैं और संबित पात्रा जी आपके अशोक अष्टमी के उत्सव में जरूर आयेंगे और आपके साथ यात्रा भी करेंगे। चारिलम में उन्होंने कमलासागर माँ काली को नमन किया और आर्यसमाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती जी का भी पुण्य स्मरण किया।अमित शाह ने कहा कि कई वर्षों तक यहाँ कांग्रेस का शासन रहा, 27 सालों तक कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार रही। कांग्रेस और कम्युनिस्ट, दोनों ने त्रिपुरा को विकास से महरूम रखा। दोनों ने यहाँ के गरीबों और आदिवासियों के लिए कुछ भी नहीं किया, त्रिपुरा को जस का तस छोड़ दिया। विकास आया है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 5 वर्षों में आया है।

पहले बिप्लब देब और अब डॉ माणिक साहा, दोनों ने त्रिपुरा के विकास को नया आयाम दिया है। हमने सड़क, बिजली, पानी, गैस, घर के साथ-साथ गरीब, मध्यम वर्ग, महिला, युवा और जनजातीय लोगों को भी एक सूत्र में जोडऩे का काम किया। लाल भाइयों की 27 साल तक त्रिपुरा में सरकार रही लेकिन उन्होंने आदिवासी कल्याण के लिए कुछ भी नहीं किया लेकिन अब जबकि वे सत्ता से बाहर हैं तो महज छलावा करने के लिए वे एक आदिवासी नेता को सीएम का चेहरा बना कर लाये हैं। आदिवासी समाज कम्युनिस्टों की हर नापाक चाल से वाकिफ है। इस तरह से आदिवासी भाइयों-बहनों के वोट कभी भी कम्युनिस्टों को नहीं मिल पायेगा। उन्होंने त्रिपुरा की जनता का आह्वान करते हुए कहा कि आपका एक वोट त्रिपुरा को समृद्ध त्रिपुरा बनाने के लिए उपयोग में आने वाला है। शाह ने कहा कि 27 साल में कम्युनिस्टों ने चाय बागान में काम करने वालों के लिए कुछ भी नहीं किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों को मुफ्त में आयुष्मान कार्ड दिया, टैप वाटर कनेक्शन दिया, मुफ्त गैस कनेक्शन दिया, मुफ्त में शौचालय निर्माण कराया और सबको फ्री ऑफ़ कॉस्ट चावल देना शुरू किया। इसके साथ ही कोविड वैक्सीन का टीका भी मुफ्त में दिया गया। भाजपा की सरकार ने चाहे चाय बगान के श्रमिक हों या मणिपुरी बिष्णुप्रिय संप्रदाय के लोग, सबको समान विकास का अवसर दिया है।
उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में विकास की शुरुआत और अपराध का अंत भाजपा की सरकार ने किया है। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस और कम्युनिस्ट पर बरसते हुए केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि इस चुनाव में कम्युनिस्ट और कांग्रेस ने गठबंधन कर लिया है। कम्युनिस्टों ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करते ही स्वीकार कर लिया है कि वे त्रिपुरा विधान सभा चुनाव हारने वाले हैं क्योंकि उन्हें मालूम है कि वे भाजपा के सामने अकेले जीत नहीं सकते। कांग्रेस की तो बात ही क्या की जाय? जिन कम्युनिस्टों ने सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतार दिया, उसी कम्युनिस्ट के साथ कांग्रेस ने समझौता कर लिया। शर्म आनी चाहिए कांग्रेस पार्टी को, आपके कैडर को जिसने मारा, सत्ता हथियाने के लिए आप उसी के साथ समझौता कर रहे हो! टिपरा मोथा वाले को भी इन लोगों ने मोहरा बना दिया। कांग्रेस, कम्युनिस्ट और टिपरा मोथा – ये सब के सब एक हैं। इन सबको भ्रष्टाचार करना है, विकास नहीं। विकास चाहिए तो त्रिपुरा में पुन: डबल इंजन वाली भाजपा सरकार बनानी होगी। कांग्रेस को वोट, मतलब कम्युनिस्ट को वोट और मोथा को वोट देने का मतलब है, भाजपा को हराने के लिए कम्युनिस्ट को वोट। कांग्रेस-कम्युनिस्ट और मोथा फिर से त्रिपुरा में जंगलराज लाना चाहते हैं। शाह ने कहा कि कांग्रेस यहाँ पर इतने साल विपक्ष में रहने के बाद अब कम्युनिस्टों के साथ बेमेल गठबंधन कर लिया है।
कांग्रेस और कम्युनिस्ट की सरकार में त्रिपुरा बंद, ब्लॉकेड, उग्रवाद ,अशांति और भ्रष्टाचार के लिए जाना जाता था। हमने 5 साल में ही त्रिपुरा सहित पूरे नॉर्थ-ईस्ट में शांति स्थापित की। हमने ब्रू-रियांग समझौता किया, एनएलएफटी समझौता किया और त्रिपुरा को विकास के मार्ग पर अग्रसर किया। अगले पांच वर्षों में हम त्रिपुरा को एक समृद्ध प्रदेश बनायेंगे।अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस, कम्युनिस्ट और टिपरा मोथा का गठबंधन ‘ट्रिपल ट्रबल आर्थात तीन आफत वाला गठबंधन है। त्रिपुरा में एक ओर ट्रिपल ट्रबल वाला गठबंधन है तो दूसरी ओर डवलपमेंट का डबल इंजन वाला भाजपा गठबंधन है। त्रिपुरा की जनता ने तय कर लिया है कि उन्हें ट्रिपल ट्रबल वाली सरकार नहीं बल्कि डेवलपमेंट की डबल इंजन वाली सरकार चाहिए। पांच साल पहले त्रिपुरा की जनता कम्युनिस्ट से त्राहि-त्राहि कर रही थी। त्रिपुरा की जनता को चाहे पानी, वन अधिकार पट्टा, राशन कार्ड या नौकरी चाहिए होती थी तो उन्हें कम्युनिस्ट के कैडर के पास जाना होता था। त्रिपुरा की जनता को 27 साल बाद इस ‘कैडर राजÓ से मुक्ति मिली है। मैं आपसे अपील करता हूँ कि कैडर वालों को घुसने मत देना, वरना गरीबों का हिस्सा फिर से सीपीआईएम वाले अपनी पार्टी के लिए ले जायेंगे। कम्युनिस्ट और कांग्रेस की सरकार में त्रिपुरा में नशे का साम्राज्य फल-फूल रहा था लेकिन भाजपा की सरकार ने 5 वर्षों में त्रिपुरा को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं। अगले पांच वर्षों में हम त्रिपुरा को पूर्ण रूप से नशे की जाल से मुक्त करेंगे। शाह ने कहा कि हमारी सरकार में हत्या, दुष्कर्म और अपहरण जैसे गंभीर अपराध में लगभग 30 प्रतिशत की कमी आई है। अपराधियों को सजा दिलाने के मामले में हमारी सरकार के 5 वर्षों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। पिछले पांच वर्षों में 9,000 से अधिक कैडरों ने सरेंडर किया है। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने लगभग 37 हजार ब्रू-रियांग परिवारों को बसाया है और आदिवासियों के लिए कल्याण का यज्ञ शुरू किया है। हमने डीबीटी के जरिए लाभार्थियों के हक़ का पैसा सीधे उनके एकाउंट में पहुंचाया है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी पूर्वोत्तर को देश का समृद्ध क्षेत्र बनाने के लिए दिन-रात एक किये हुए हैं।
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