नयी दिल्ली । विनिर्माण क्षेत्र में गतिविधियों के अपेक्षाकृत शांत रहने के बीच मार्च 2022 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) पर आधारित औद्योगिक वृद्धि दर 1.9 प्रतिशत रही। फरवरी 2022 में औद्योगिक उत्पादन में सालाना आधार पर 1.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। जबकि मार्च 2021 में औद्योगिक वृद्धि दर में एक साल पहले कोरोना प्रभावित दौर के मुकाबले 24.2 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया था।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च 2022 में वार्षिक आधार पर विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 0.9 प्रतिशत, खनन क्षेत्र का उत्पादन 4 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 6.1 प्रतिशत बढ़ा।
नाइट फ्रैंक इंडिया के निदेशक(अनुसंधान) विवेक राठी ने कहा, आर्थिक गतिविधियों पर रूस और यूक्रेन के युद्ध से उत्पन्न भू-राजनैतिक संकट और मूल्य अस्थिरता का प्रभाव है। जितनी जल्दी यह तनाव खत्म होगा उतना ही अर्थव्यवस्था के लिए ठीक होगा।
प्राथमिक वस्तुओं का उत्पादन इस बार मार्च में 5.7 प्रतिशत बढ़ा। पूंजीगत समान और माध्यवर्ती वस्तु उद्योग के उत्पादन में क्रमश: 0.7 और 0.6 प्रतिशत की हल्की वृद्धि दर्ज की गयी। अवसंरचना/निर्माण सामग्री उद्योग के उत्पादन में मार्च में एक साल पहले की तुलना 7.3 प्रतिशत की वृद्धि रही।
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