Home » कुरिया नाला पर उच्च स्तरीय पुल ग्रामीणों को दे रहा बारहमासी आवागमन की सुविधा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जून माह में वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान किया था पुल का लोकार्पण

कुरिया नाला पर उच्च स्तरीय पुल ग्रामीणों को दे रहा बारहमासी आवागमन की सुविधा : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जून माह में वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान किया था पुल का लोकार्पण

by Bhupendra Sahu

रायपुर । कभी बारिश की वजह से दो-तीन दिन तक जिन गांवों में आवागमन मुश्किल हो जाता था। आज वहीं उच्च स्तरीय पुल बन जाने से बारिश का मौसम खुशियों का पैगाम लेकर आ रहा है। बात हो रही है, धमतरी से 20 किलोमीटर दूर भखारा रोड पर स्थित ग्राम पंचायत कोर्रा और आस पास लगे गांवों की। कोर्रा और चरोटा के बीच यहां कुरिया नाला पर 120 मीटर लंबा उच्च स्तरीय पुल बनाया है, लोक निर्माण विभाग के सेतु संभाग ने। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जून माह में एक वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान उक्त उच्च स्तरीय पुल का लोकार्पण भी किया था। कुरमातराई-भेण्ड्रा-कोर्रा मार्ग पर कुरिया नाला में सात करोड़ 76 लाख रूपए की लागत से यह पुल दिसम्बर 2020 में बनकर तैयार हुआ। इस पुल के बन जाने से कोर्रा, जोरातराई, खपरी, सिलौटी, तर्रागोंदी, जुगदेही, सौराबांधा, गाड़ाडीह, रामपुर, हंचलपुर, टिपानी, बोरझरा, चरौटा, लोहारपथरा, भेण्ड्रा, रींवागहन, कुरमातराई, ईर्रा, बागतराई, मड़ईभाठा इत्यादि 23 गांवों को सीधा-सीधा फायदा हुआ है। राह से गुजरते हुए कुरूद जनपद सदस्य श्री पुरषोत्तम सिन्हा ठहर कर प्रसन्नता व्यक्त करते हैं। वे इस पुल के बन जाने से आने वाले समय में क्षेत्र के विकास की बड़ी संभावनाओं को लेकर भी आश्वस्त हैं।

वहीं कोर्रा के सरपंच श्री चोआराम साहू बताते हैं कि यह पुल कोर्रा सहित आसपास के गांववासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। उच्च स्तरीय पुल से ग्रामीणों की बुनियादी सुविधा-कृषि, शिक्षा, व्यापार इत्यादि में इजाफा हुआ है। वहीं गांव के पूर्व उप सरपंच और कृषक श्री टीकाराम साहू कहते हैं कि पुल बन जाने से कोर्रा में हर तरह से कृषि, व्यापार, व्यवसाय और दैनिक कार्यों के लिए लोगों का आवागमन बढ़ा है। मोबाइल रिपेयर शॉप के संचालक श्री देवेन्द्र साहू भी इस बात से सहमत हैं और हामी भरते हुए बताते हैं कि अब उनके दुकान में दोगुना ग्राहक पहुंच रहे हैं। कोर्रा के श्री भीम साहू कहते हैं कि बारिश का मौसम इस पुल से गुजरने वालों के लिए बड़ा मनोरम दृश्य लेकर आता है।

पहले जब रपटा हुआ करता था, तो बारिश के समय लोग दूर से पुलिया को देख वापस लौट जाते थे और बारिश का पानी नीचे होने का इंतजार करते थे। मगर अब 120 मीटर ऊंचा पुल ना केवल राहगीरों को भारी बारिश में भी आवागमन की सुविधा मुहैय्या करा रहा है, बल्कि गांव और आसपास के लोग पुल के नीचे बहते पानी को देखने और उस नजारा का लुत्फ लेने भी पहुंच जाते हैं। गौरतलब है कि कुरिया नाला पर 120 मीटर लंबे पुल की दोनों ओर कुल 331 मीटर पहुंच मार्ग भी विभाग द्वारा बनाया गया है। यह मार्ग कोर्रा की ओर 226.30 मीटर और चरोटा की ओर 105 मीटर लंबा है। इस पुल की चौड़ाई 12.90 मीटर है। यह पुल कोर्रा सहित आसपास के गांवों की 46 हजार 230 की आबादी को बारहमासी आवागमन की सुविधा मुहैय्या करा रहा है।

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