रायपुर। प्राचार्य पद पर पदोन्नति और काउंसलिंग के बाद जारी पदस्थापना आदेशों के बावजूद कई प्राचार्यों द्वारा अब तक ज्वाइनिंग नहीं देने का मामला सामने आया है। इसे गंभीरता से लेते हुए लोक शिक्षण संचालनालय (DPI) ने प्रदेशभर के संयुक्त संचालकों (JD) को पत्र लिखकर ऐसे प्राचार्यों की कैडरवार जानकारी तीन दिनों के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
लंबी अदालती लड़ाई के बाद ई संवर्ग के 1478 व्याख्याताओं को प्राचार्य पद पर पदोन्नति का रास्ता साफ हुआ था। इससे पहले हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच के आदेश के बाद टी संवर्ग के व्याख्याताओं को भी प्राचार्य पद पर पदोन्नति दी गई थी। हालांकि कानूनी प्रक्रियाओं में देरी के कारण दोनों संवर्ग के 800 से अधिक व्याख्याता पदोन्नति से पहले ही सेवानिवृत्त हो गए।
सिंगल बेंच के फैसले के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने ई संवर्ग के व्याख्याताओं को पदोन्नति देते हुए पोस्टिंग के लिए काउंसलिंग की तिथि तय की थी। काउंसलिंग के बाद दोनों संवर्ग के प्राचार्यों को पदस्थापना आदेश जारी कर दिए गए। इसके बावजूद DPI को जानकारी मिली है कि पदस्थापना आदेश जारी होने के बाद भी कई प्राचार्यों ने संबंधित स्कूलों में कार्यभार ग्रहण नहीं किया है।
इस स्थिति को गंभीर मानते हुए DPI ने सभी जेडी को पत्र जारी कर निर्देश दिए हैं कि ऐसे प्राचार्यों की जानकारी अनिवार्य रूप से भेजी जाए, जिन्होंने तय समय सीमा में ज्वाइनिंग नहीं दी है। जेडी को ई संवर्ग और टी संवर्ग के प्राचार्यों की अलग-अलग सूची भेजनी होगी।