नईदिल्ली। पूर्व भारतीय लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने सभी प्रारूप से संन्यास के ऐलान किया। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच 2017 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ टी-20 के रूप में खेला था। उन्होंने भारत की ओर से 22 टेस्ट, 36 वनडे, और 10 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने भारतीय टीम से सभी प्रारूप को मिलाकर 150 से अधिक विकेट लिए हैं।
मिश्रा ने कहा, क्रिकेट में मेरे जीवन के ये 25 साल यादगार रहे हैं। मैं बीसीसीआई, हरियाणा क्रिकेट संघ, सहयोगी स्टाफ, अपने साथियों और अपने परिवार के सदस्यों का तहे दिल से आभारी हूं जो इस दौरान मेरे साथ रहे। मैं उन प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिनके प्यार और समर्थन ने मुझे जब भी और जहां भी खेला। क्रिकेट ने मुझे अनगिनत यादें और अमूल्य सीख दी हैं।
2013 में मिश्रा ने जिम्बाब्वे में 5 मैचों की सीरीज में 18 विकेट लिए थे। वह किसी द्विपक्षीय वनडे सीरीज में सर्वाधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बने थे। उन्होंने जवागल श्रीनाथ के रिकॉर्ड की बराबरी की थी। मिश्रा ने बांग्लादेश में 2014 के टी-20 विश्व कप में भी हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने 14.70 की औसत और 6.68 की इकॉनमी रेट से 10 विकेट लिए थे। भारतीय टीम उस संस्करण में उपविजेता रही थी।
मिश्रा ने भारतीय क्रिकेट टीम की ओर से 22 टेस्ट खेले, जिसमें 35.72 की औसत के साथ 76 विकेट चटकाए थे। उन्होंने 36 वनडे में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें 23.60 की औसत के साथ 64 विकेट अपने नाम किए थे। इस बीच उन्होंने 2 पारियों में 5 विकेट हॉल लिए थे। उन्होंने 10 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 6.31 की इकॉनमी रेट से 16 विकेट चटकाए थे। वह घरेलू क्रिकेट में हरियाणा से खेलते थे।
मिश्रा आईपीएल इतिहास में सर्वाधिक तीन हैट्रिक लेने वाले इकलौते गेंदबाज हैं। उनकी पहली हैट्रिक 2008 के उद्घाटन संस्करण में डेक्कन चार्जर्स (5/17) के खिलाफ आई थी। इसके बाद 2011 और 2013 में भी ये कारनामा किया था। अपने आईपीएल करियर में उन्होंने 162 मैचों में 23.82 की औसत और 7.37 की इकॉनमी रेट के साथ 174 विकेट लिए थे। एक पारी में उन्होंने 5 विकेट हॉल भी लिया था।
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