नईदिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उन हास्य कलाकारों को निशाने पर लिया, जो अपने स्टैंड अप कॉमेडी शो में विकलांग लोगों पर मजाक बनाते हैं। कोर्ट ने सभी ऐसे कलाकारों को सोशल मीडिया पर माफी मांगने को कहा है और जुर्माना लगाने की चेतावनी दी है। कोर्ट की टिप्पणी एसएमए क्योर फाउंडेशन द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए आई है, जिसमें समय रैना, विपुन गोयल, सोनाली ठक्कर समेत अन्य पर दिव्यांग लोगों के लिए चुटकुले बनाने का आरोप था।
न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने हास्य कलाकारों से कहा, आपने कोर्ट के समक्ष जो माफी मांगी है, वही माफी अपने सोशल मीडिया के समक्ष भी दीजिए। कोर्ट ने कहा कि प्रभावशाली लोग भाषण का व्यवसायीकरण कर रहे हैं और बड़े समुदाय का इस्तेमाल समाज के कुछ वर्गों को चोट पहुंचाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। कोर्ट ने प्रभावशाली लोगों से एक हलफनामा दायर करने को भी कहा है।
कोर्ट ने कहा, हास्य को अच्छी तरह से लिया जाता है और यह जीवन का एक हिस्सा है। हम खुद पर हंसते हैं। लेकिन जब हम दूसरों पर हंसने लगते हैं और संवेदनशीलता का उल्लंघन करते हैं। सामुदायिक स्तर पर, जब हास्य उत्पन्न होता है, तो यह समस्या बन जाता है। यही बात आज के तथाकथित प्रभावशाली लोगों को ध्यान में रखनी चाहिए। वे भाषण का व्यवसायीकरण कर रहे हैं।
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