नई दिल्ली। अमिताभ कांत ने भारत के जी20 शेरपा के पद से इस्तीफा दे दिया है. इससे अमिताभ कांत का सरकारी सेवा में उनका 45 साल का करियर खत्म हो गया है. नीति आयोग के पूर्व सीईओ, जिन्होंने 2022 से जी20 में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 2023 में इसकी अध्यक्षता के दौरान अहम भूमिका निभाई है.
अमिताभ कांत ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अब वह व्यक्तिगत क्षमता में स्टार्टअप, थिंक टैंक और शैक्षणिक संस्थानों से जुड़ेंगे.
पोस्ट में कहा गया है कि मेरे मंत्रियों-निर्मला सीतारमण और डॉ. एस. जयशंकर और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा- मैं आपके मार्गदर्शन और समर्थन के लिए आभारी हूं. मेरे सभी सहयोगियों, मार्गदर्शकों और मित्रों- आपकी प्रेरणा के लिए धन्यवाद. अब मैं मुक्त उद्यम, स्टार्टअप, थिंक टैंक और शैक्षणिक संस्थानों का समर्थन करके विकसित भारत की ओर भारत की परिवर्तनकारी यात्रा की प्रतीक्षा कर रहा हूं.
कांत नीति आयोग के सबसे लंबे समय तक सीईओ रहे, फरवरी 2016 से जून 2022 तक छह साल से अधिक समय तक इस पद पर रहे, जुलाई 2022 में केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के बाद भारत के जी20 शेरपा नियुक्त किए जाने से पहले. उनकी पिछली भूमिकाओं में औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग के सचिव (2014-16) और पर्यटन मंत्रालय में संयुक्त सचिव (2001-07) शामिल हैं.
कांत की लिंक्डइन पोस्ट में कहा गया है कि 2023 में भारत की जी-20 अध्यक्षता का नेतृत्व करना मेरे करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था. जटिल वैश्विक चुनौतियों के बावजूद, हमने नई दिल्ली के नेताओं के घोषणापत्र पर सर्वसम्मति हासिल की और प्रमुख विकासात्मक मुद्दों पर फिर से ध्यान केंद्रित किया. सइसमें कहा गया है कि हमने जी-20 में अफ्रीकी संघ को शामिल करने में भी सफलता हासिल की, जिससे वैश्विक समानता और वैश्विक दक्षिण की आवाज के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पूरी हुई.
