अहमदाबाद। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस लिमिटेड (एईएसएल) ने अप्रैल-जून तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किये। साल-दर-साल आधार पर कंपनी का परिचालन राजस्व 47 प्रतिशत बढ़कर 5,379 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं, कर भुगतान के बाद का लाभ 315 करोड़ रुपये रहा जो 73 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि दर्शाता है।
अदाणी समूह की कंपनी ने बताया कि उसका ऑपरेशनल ईबीटीडीए 1,628 करोड़ रुपये रहा जो पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही की तुलना में 29.7 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी ने बताया कि दहानू पावर प्लांट को अलग करने के कारण 1,506 करोड़ रुपये का एक्सेप्शनल आइटम दिखाया गया है जिसका प्रभाव शुद्ध लाभ पर दिख रहा है।
कंपनी 2050 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करने के लिए दहानू पावर प्लांट को अलग कर रही है।
इससे कंपनी उन निवेशकों को आकर्षित कर सकेगी जो निवेश से पहले कंपनी के ईएसजी (इनवायरनमेंटल, सोशल एंड गवर्नेंस) पर ध्यान देते हैं। अब तक ऐसे निवेशक एईएसएल के पोर्टफोलियो में दहानू पावर प्लांट के शामिल होने के कारण कतराते थे।
अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस के प्रबंध निदेशक अनिल सरदाना ने कहा, एईएमएल और एमयूएल के अपने वितरण क्षेत्रों में बिजली की मांग में तेज बढ़ोतरी के साथ एईएसएल की नई लाइनों की कमीशनिंग पर लगातार फोकस कर रहा है। मुंबई में नवीकरणीय ऊर्जा की पहुंच 37 प्रतिशत हो चुकी है।
सरदाना ने कहा, नवीकरणीय ऊर्जा की तरफ बढऩे के लिए महत्वपूर्ण ट्रांसमिशन इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में योगदान देकर (उदाहरण के लिए खावड़ा) तथा मौजूदा ग्रिडों को और शक्ति प्रदान करने के साथ अपने स्मार्ट मीटरिंग कार्यक्रम के जरिये देश में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देकर हम गर्व महसूस कर रहे हैं।
कंपनी ने बताया कि राजस्व में तेज वृद्धि के कारकों में परिचालन में शामिल नई ट्रांसमिशन परिसंपत्तियों का योगदान, निर्माणाधीन परियोजनाओं में अतिरिक्त लाइनों को जोडऩा और मुंबई तथा मुंद्रा के वितरण कारोबार में बिजली की मांग बढऩे से बेची गई यूनिटों में बढ़ोतरी और स्मार्ट मीटरिंग कारोबार से प्राप्त आय शामिल है।
उसने बताया कि मुंबई के वितरण कारोबार में बिजली की मांग आठ प्रतिशत बढ़ी। वहीं, डिस्ट्रीब्यूशन लॉस 5.18 प्रतिशत के निचले स्तर पर रहा और विश्वसनीय तथा सस्ती बिजली आपूर्ति के कारण नये उपभोक्ताओं के जुडऩे से उपभोक्ताओं की कुल संख्या 32 लाख पर पहुंच गई।
ट्रांसमिशन सेगमेंट में हाल की तिमाहियों में कंपनी की पाइपलाइन में कई परियोजनाएं शामिल हुई हैं और ट्रांसमिशन परियोजनाओं के लिए उसका ऑर्डर बुक 17 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
कंपनी ने बताया कि पूरे देश में बढ़ती ऊर्जा मांग के अनुरूप अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई में बिजली की मांग (बेची गई इकाई) वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में साल-दर-साल आधार पर आठ प्रतिशत बढ़कर 296.2 करोड़ इकाई पर पहुंच गई।
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