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बीएसपी के मुख्य चिकित्सालय में “किशोरावस्था स्वास्थ्य” कार्यशाला संपन्न

by Bhupendra Sahu

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के सेक्टर-9 स्थित पं जवाहर लाल नेहरू अस्पताल और अनुसंधान केंद्र के बाल रोग विभाग द्वारा, छत्तीसगढ़ किशोर स्वास्थ्य अकादमी और दुर्ग-भिलाई बाल चिकित्सा अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में, 17 मार्च 2024 को अस्पताल के सभागार में “किशोरावस्था स्वास्थ्य” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था।

इस कार्यशाला का आयोजन शिक्षिकाएं, नर्सिंग छात्र-छात्रओं और डॉक्टरों को किशोरावस्था स्वास्थ्य के बारे में संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से सीएसआर की प्रजनन और बाल स्वास्थ्य गतिविधि के तहत किया गया था।

इस कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रभारी (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवांयें) डॉ एम रविन्द्रनाथ द्वारा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनीता द्विवेदी और विभिन्न विशेषज्ञ के संबंधित विभागाध्यक्ष की उपस्थिति में, कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की एक पहल के रूप में ई-लैंप दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।

कार्यशाला के सत्रों के दौरान, किशोरावस्था स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों जैसे पोषण, टीकाकरण, सोशल मीडिया एडिक्शन, मादक द्रव्यों का सेवन और यौन संबंधो के बारे में भी चर्चा की गई। कार्यशाला में आये राज्य भर के प्रतिष्ठित वक्ताओं जैसे डॉ मधुश्री देशपांडे, डॉ एपी सावंत, डॉ अमर सिंह ठाकुर और डॉ किरण मखीजा सहित डॉ ज्ञानेश मिश्रा ने कार्यशाला के सत्रों के दौरान अपने बहुमूल्य विचार साझा किये। बीएसपी के विभिन्न वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों और पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग के स्नातकोत्तर नर्सिंग छात्र-छात्रओं की सक्रिय भागीदारी रही। इस अवसर पर नर्सिंग के विद्यार्थियों द्वारा किशोरावस्था स्वास्थ्य पर आधारित एक रोचक रोल प्ले का मंचन भी किया गया।

कार्यशाला का आयोजन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रमोद बिनायक एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कौशलेंद्र ठाकुर के मार्गदर्शन में, बाल रोग एवं नवजात विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ संबिता पाण्डेय के नेतृत्व में एसीएमओ डॉ एन एस ठाकुर, डॉ सुबोध कुमार साहा ने सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया।

कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ संबिता पाण्डेय ने स्वागत भाषण दिया, जिसमें उन्होंने किशोरावस्था सम्बन्धी विषयों के शीघ्र समाधान के लिए शिक्षकों और माता-पिता की भूमिका पर जोर दिया। इस सम्मेलन में बाल चिकित्सा टीम में, डॉ संजीबनी, डॉ मीता, डॉ नूतन, डॉ कौशिक, डॉ सीमा, डॉ माला, डॉ सुभाश्मिता, डॉ रुचिका और डॉ आनंद के साथ-साथ डीएनबी रेजिडेंट डॉक्टरों की सक्रिय प्रतिभागिता रही।

इस एक दिवसीय किशोरावस्था स्वास्थ्य कार्यशाला के उद्घाटन समारोह का संचालन डॉ माला चैधरी ने किया, जबकि डॉ एन एस ठाकुर ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

किशोरावस्था विकास के एक महत्वपूर्ण पड़ाव का प्रतिनिधित्व करती है, जो तेजी से शारीरिक और मनोवैज्ञानिक परिवर्तनों को चिह्नित करती है। स्वास्थ्य वयस्कता में संक्रमण के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बनाती है।

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