नई दिल्ली चिदंबरम ने कहा कि चुनावी बॉन्ड ‘रिश्वतखोरी को वैध’ बना चुका है। राजनीतिक चंदे में पारदर्शिता लाने के प्रयासों के तहत राजनीतिक दलों को दिए जाने वाले नकद चंदे के विकल्प के तौर पर चुनावी बॉन्ड को पेश किया गया है। चुनावी बॉन्ड के पहले बैच की बिक्री मार्च 2018 में हुई थी।

सरकार ने चुनावी बॉन्ड के 28वीं किस्त को मंजूरी दी
बता दें कि सरकार ने शुक्रवार को चुनावी बॉन्ड की 28वीं किस्त जारी करने को मंजूरी दे दी, यह 4 अक्टूबर से 10 दिनों के लिए बिक्री के लिए खुलेगा। यह फैसला राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों से पहले आया है। इन राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा जल्द ही किए जाने की उम्मीद है।