नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के दौरान हुए हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने फैक्ट फाइडिंग टीम पूर्व केंद्रीय मंत्री रवी शंकर प्रसाद के नेतृत्व में बनाई गई बनायी थी, फैक्ट फाइंडिंग टीम जिसके सदस्यों में लोकसभा सदस्य सतपाल सिंह रेखा वर्मा बृजलाल और राजदीप रॉय बंगाल गए थे फैक्ट फाइंडिंग टीम ने 12, 13 और 14 जुलाई को पश्चिम बंगाल के विभिन्न पंचायातों में गए और वहां के लोगों से बातचीत कर रिपोर्ट तैयार की।भारतीय जनता पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को फैक्ट फाइडिंग टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंपा दिया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बंगाल चुनाव में हुए हिंसा की जांच सीबीआई से कराया जाए।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश कब तक खामोश रहेगा विपक्ष इस पर बोलने को तैयार नहीं है वही प्रियंका गांधी महिलाओं के समस्या को लेकर इतनी परेशान दिखती है लेकिन बंगाल में जिस तरह से महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया उस पर कुछ भी बोलने से उन्होंने परहेज किया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम लोगों ने जिस तरह से लोगों से मिलकर उनकी आपबीती सुनी उससे यही लगता है कि जिस बंगाल को अरविंदो घोष सुभाष चंद्र बोस जैसे महान विभूतियों की वजह से जाना जाता है और कहां बंगाल को ममता बनर्जी ने बम और गोलियों का राज्य बना दिया है।रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पंचायत चुनाव लोकतंत्र की पहली शुरुआत होती है
और उसी में ममता बनर्जी ने बंगाल में लोकतंत्र की हत्या कर दी मिली जानकारी के अनुसार वहां पर टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा पंचायत चुनाव इस तरह से बाधित किया जाए यही पता लगा कि उन लोगों ने चुनाव में अपने हिसाब के प्रत्याशियों को जिताने के लिए 5 तरह के व्यवस्था रखे थे जिसमें पहला – विरोधी पक्ष के उम्मीदवार को नामांकन पर्चा भरने करने नहीं देंगे।दूसरा – विरोधी पक्ष के उम्मीदवार को नामांकन पर्चा भर लिया तो तुम्हें प्रचार नहीं करने देंगे। उम्मीदवार के बाल-बच्चे का भी अपहरण कर लेंगे और धमकी देंगे।तीसरा – अगर विरोधी पक्ष के उम्मीदवार ने किसी तरह नामांकन भर दिया तो नामांकन पर्चा में गड़बडिय़ां दिखाकर उसे रिजेक्ट कराएंगे।चौथा – अगर विरोधी पक्ष के उम्मीदवार प्रचार षुरू कर दिया तो उनके समर्थकों के घर पर बम बरसाएंगे और पीटेंगे। घरों में घुसकर हिंसा करेंगे।पांचवां – अगर विरोधी पक्ष के उम्मीदवार आप जीते गए तब जीत का सर्टिफिकेट नहीं देंगे, सर्टिफिकेट तभी देंगे जब उम्मीदवार टीएमसी में शामिल हो जाएगा। रविशंकर प्रसाद ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से सवाल किया पंचायत चुनाव के दौरान इतनी हिंसा की क्या जरूरत थी। इस मामले की सीबीआई जांच की जानी चाहिए और बंगाल में लोकतंत्र को तृणमूल समर्थकों ने शर्मसार किया है।
भाजपा समर्थकों का मारना घर तोडऩा दुष्कर्म जैसी कई घटनाएं सामने आई है आखिरकार इतनी लोगों की मौत के पीछे क्या वजह है इसका जवाब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को देना होगा। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ग्राम पंचायत के स्तर पर चुनाव हमेशा महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि यह हमारे संविधान के अनुसार भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव के पहले स्तर के होते है। लेकिन पश्चिम बंगाल में इन चुनावों के दौरान जिस तरह से हिंसा देखी गई है वह शर्मनाक है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं है जहां के मुख्यमंत्री खुद एक महिला हैं फिर भी वहां पर महिलाओं पर अत्याचार किया जा रहा है।
पंचायत चुनाव के दौरान भाजपा की एक आदिवासियों में द्वार के साथ बलात्कार किया गया और उसके कपड़े फाड़ दिए गए वही आज सुबह खबर आई कि 13 साल की बच्ची के साथ बलात्कार किया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोगों को पंचायत चुनाव का हिस्सा बनने से रोकने के लिए तृणमूल की ओर से पूरी ताकत झोंक दी गई थी। बंगाल की जनता को ऐसा डरा दिया गया कि वह हिंसा के खिलाफ कुछ बोल ना पाए। भाजपा के लोगो को पहले तो नामांकन नहीं करने दिया अगर नामांकन हो भी जाए तो राज्य सरकार प्रचार प्रसार में बाधा उत्पन्न करती थी। तृणमूल समर्थक लोगों को बूथ तक नहीं जाने दे रहे थे। यह सब ममता बनर्जी को दिखाई नहीं दे रहा था क्योंकि वह बंगाल की मुख्यमंत्री हैं और हिंसा में इतने लोग मारे गए क्या उनको तकलीफ नहीं हो रही है।
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