रायपुर। कांकेर जिले के नरहरपुर में छत्तीसगढ़ का पहला स्वामी आत्मानंद अंगेज़ी माध्यम आदर्श महाविद्यालय शुरू हो गया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से वर्चुअल रूप से कांकेर जिले के नरहरपुर में स्वामी आत्मानंद अंगेज़ी माध्यम आदर्श महाविद्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश के प्रथम स्वामी आत्मानंद अंगेज़ी माध्यम आदर्श महाविद्यालय का वर्चुअल लोकार्पण किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जिले में शिक्षा हमर लक्ष्य अभियान के तहत चयनित छात्रों ने बातचीत की। बता दें जिले के 75 बच्चों ने जेईई में क्वालीफाई किया है। इसमें से 3 बच्चों का चयन एनआईटी रायपुर एवं 1 बच्चे का चयन सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिलासपुर में हो चुका है। इन चारों छात्रों को पढ़ाई हेतु सहयोग राशि प्रदान की गयी। मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान इन छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इन छात्रों को उनकी सफलता के लिए बधाई दी।

इस वर्ष 10 कॉलेज खोलने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के गरीब से गरीब परिवार के विद्यार्थी को भी उत्कृष्ट शिक्षा दिलाने के लिए हमने वर्ष 2020 में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय की शुरुआत की यह योजना प्रदेश में काफी लोकप्रिय हुई। भेंट मुलाकात के दौरान प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्री में स्वामी आत्मानंद विद्यालयों की मांग की जाती थी। प्रदेश में आज स्वामी आत्मानन्द योजना के अंतर्गत अंग्रेजी माध्यम के 377 और हिंदी माध्यम के 350 स्कूल संचालित हो रहे हैं। स्कूलों के साथ- साथ हमने स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम कॉलेजों की भी शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इस साल 10 कॉलेज खोलने का लक्ष्य रखा है, इन्हीं मैं से एक कॉलेज का लोकार्पण गुरुवार कांकेर में किया गया है।
स्कूल के बाद कॉलेज में भी अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम से जो बच्चे हायर सेकंडरी स्कूलों से पढ़कर निकलेंगे, उन्हें स्वामी आत्मानंद अंगेज़ी माध्यम आदर्श महाविद्यालयों में आगे भी इसी माध्यम से शिक्षा मिलती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार सालों में 26 हजार 989 शिक्षकों की भर्तियां निकाली गई हैं। पहले 14 हजार 500 शिक्षकों की भर्तियां निकाली गई थी, इनमें से 10 हजार 834 शिक्षकों को स्कूलों में नियुक्तियां दी जा चुकी है। हाल ही में 12 हजार 489 शिक्षकों की और भर्तियां निकाली है, जोकि प्रक्रिया में है बस्तर संभाग के सभी जिलों में शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ काम किया गया है। बस्तर संभाग के 314 बंद स्कूलों को पुनः खोल गया, जोकि एक बड़ी उपलब्धि है।