नई दिल्ली । देश में बेरोजगारी दर एक बार फिर बढ़ी है। फरवरी में यह 7.45 फीसदी रही जो जनवरी में 7.14 फीसदी थी। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इन इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) ने बताया कि गांवों से ज्यादा शहरों में बेरोजगारी रही है। गांवों 7.23 और शहरों में 7.93 फीसदी बेरोजगारी रही है। आंकड़ों के मुताबिक, हालांकि, जनवरी की तुलना में शहरों में बेरोजगारी दर घटकर 7.93 फीसदी रही जो जनवरी में 8.55 फीसदी थी। गांवों में यह 6.48 फीसदी से बढ़कर 7.23 फीसदी पर पहुंच गई है।
फरवरी में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर 18 फरवरी को थी जो 7.84 फीसदी थी। हरियाणा में 29.4 और यूपी में 4 फीसदी बेरोजगारी दर आंकड़ों के मुताबिक, हरियाणा में बेरोजगारी की दर 29.4 फीसदी रही है जबकि जम्मू एंड कश्मीर में 17.1, राजस्थान में 28.3, हिमाचल में 13.9 और बिहार में 12.3 फीसदी रही है। उत्तराखंड में 2.3फीसदी, यूपी में चार , मप्र में दो और छत्तीसगढ़ में सबसे कम 0.8 फीसदी बेरोजगारी दर रही है।
आंकड़ों में संशोधन से विनिर्माण व खपत में रही गिरावट
भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने बुधवार को कहा कि 2022-23 की दिसंबर तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र और निजी खपत खर्च का प्रदर्शन अधिक आधार प्रभाव के कारण घटा हुआ लग रहा है। उन्होंने कहा, पिछले तीन वित्त वर्षों के आंकड़ों में संशोधन से जीडीपी वृद्धि का आधार बढ़ा था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने मंगलवार को पिछले तीन वित्त वर्षों 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के लिए जीडीपी वृद्धि दर के आंकड़ों को संशोधित किया। साथ ही, 2022-23 के लिए जीडीपी का दूसरा अग्रिम अनुमान भी जारी किया। उन्होंने कहा कि अगर आधार प्रभाव नहीं बढ़ा होता तो दिसंबर तिमाही में विनिर्माण 3.8 फीसदी व निजी खपत खर्च 6 फीसदी की दर से बढ़ता।