- भाजपा और केन्द्र सरकार की नजरें ठीक नहीं वह कांग्रेस सरकार, मुख्यमंत्री और अधिकारी को टारगेट कर रहे हैं
रायपुर । भाजपा और केन्द्र सरकार की नजरें ठीक नहीं है, वह कांग्रेस सरकार, मुख्यमंत्री और अधिकारी लोगों को टारगेट कर रहे हैं-लेकिन हम सबको अडिग रहना है। आज कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के लिए रायपुर में तैयारियों ने तेजी पकड़ ली है और इसी की तैयारी का जायजा लेने मेजबान छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं की भूमिका तय करने कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने उक्त बातें कहीं हैं।
इस दौरान प्रभारी सहित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मिलकर 14 उप समितियों का गठन किया है जिसका अध्यक्ष राज्य के मंत्रियों और वरिष्ठ पदाधिकारियों को बनाया गया है। तैयारी बैठक में कुमारी शैलजा ने स्वागत समिति की मैराथन बैठक ली और कहा कि प्रदेश कांग्रेस के सामने राष्ट्रीय महाधिवेशन के तौर पर एक ऐतिहासिक अवसर आया है। सभी को इसमें काम करके इसे सफलतम आयोजनों में शामिल कराना है। देश भर के 14-15 हजार नेता-प्रतिनिधि इस आयोजन के लिए रायपुर पहुंचने वाले हैं। कई सत्रों में कांग्रेस के भविष्य की दिशा तय करने वाली चर्चाएं होनी हैं। ऐसे में इस आयोजन का महत्व समझा जा सकता है। जिसको जो जिम्मेदारी मिल रही है, वह काम आज से ही संभाल लें। उसके बाद उप समिति के अध्यक्षों के साथ अलग से चर्चा की गयी। उन्हें बताया गया कि काम कैसे करना है। एक समय सीमा भी तय हुई है जिसके भीतर अलग-अलग काम पूरे कर लिये जाने हैं। कई नेताओं को एक से अधिक समितियों में भी रखा गया है।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में काम हो रहा है। अब सभी नेताओं को उनकी जिम्मेदारी बांट दी गई है। किसको एयरपोर्ट पर रहना है, किसको रेलवे स्टेशन पर रहना है। कौन भोजन की व्यवस्था संभालेगा। इस तरह उप समितियां बनाकर उसमें मंत्रियों व नेताओं को रखा गया है, अब काम में तेजी आएगी।
आपको बता दें कि कंट्रोल रूम समिति, पंडाल समिति, प्रचार प्रसार समिति, परिवहन समिति, आवास समिति, संचार समिति, सोविनियर समिति, डायस समिति, सांस्कृतिक समिति, भोजन समिति, जनसभा समिति जैसी उप समितियां बनी हैं जिसमें रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर, ताम्रध्वज साहू, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, जयसिंह अग्रवाल, डॉ. शिव कुमार डहरिया जैसे मंत्रियों और विनोद वर्मा, रामगोपाल अग्रवाल जैसे नेताओं को अध्यक्ष बनाया गया है। उनके साथ 7 से लेकर 15 नेताओं को शामिल किया गया है।