रायपुर। छत्तीसगढ़ में सरकारी कर्मचारी-अधिकारियों की हड़ताल खत्म हो गई है। सरकार के आश्वासन के बाद फेडरेशन ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया। यानी सोमवार से अब सभी सरकारी दफ्तरों में सरकारी कर्मचारी अपने काम पर लौट जाएंगे। आइए जानते हैं फेडरेशन के साथ सरकार की चर्चा में क्या हल निकला। बता दें डीए व एचआरए बढ़ाने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारी व अधिकारी संगठन बीते 11 दिनों से हड़ताल पर बैठे थे। शुक्रवार को फेडरेशन के संयोजक कोमल वर्मा के साथ एक प्रतिनिधि मंडल ने कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे से मुलाकात की। इसके बाद मुख्यसचिव से चर्चा की गई। मुख्य सचिव से चर्चा के बाद फेडरेशन ने हड़ताल स्थगित करने का फैसला किया है।
सरकार ने दिया आश्वासन
हड़ताली कर्मचारियों को सरकार ने दीपावली तक डीए में बढ़ोत्तरी का आश्वासन दिया है। फेडरेशन के संयोजक कोमल वर्मा ने बताया कि सरकार ने 19 माह का एरियर्स देने पर सहमति जताई है। इससे कर्मचारियों के लिए लंबे समय से रुका हुआ एरियर्स मिलने का रास्ता साफ हो गया है। वहीं एचआरए बढ़ाने को लेकर सरकार द्वारा एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया जो इस पर रिपोर्ट बनाएगी।
कोमल वर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा 34 फीसदी डीए को लेकर दीपावली तक समय लिया गया है। सरकार ने अगस्त से 6 फीसदी डीए बढ़ाकर 28 फीसदी किया है। हमारी मांग है कि केन्द्र के समान 34 फीसदी डीए दिया जाए। इसके लिए सरकार ने दीपावली तक बढ़ाने का आश्वासन दिया है। कोमल वर्मा ने कहा कि सरकार की वित्तीय स्थिति को देखते हुए हमने भी सरकार का बात मानी है। इसलिए हड़ताल स्थगित कर दिया गया है।
सरकार ने दिया था ऑफर
बता दें दो दिन पहले सामान्य प्रशासन विभाग ने सरकारी कर्मचारियों को ऑफर दिया था। सरकार ने ऑफर में कहा था कि 1 या 2 सितंबर को जो भी कर्मचारी वापस लौटता है हड़ताल की अवधी को अवकाश में शामिल कर लिया जाएगा। वहीं इसके बाद भी यदि हड़ताल पर रहने वालों को ब्रेक-इन-सर्विस माना जाएगा। यानी उस अवधि का वेतन काटा जाएगा और सभी प्रकार के भत्ते भी काट लिए जाएंगे।
सरकार के रोज बदलते आदेश के बीच गुरुवार को शंकर नगर स्थित राजपत्रित अधिकारी संघ के कार्यालय में फेडरेशन के नेताओं की बैठक हुई है। इसमें फेडरेशन के सभी घटक संगठनों के नेता मौजूद रहे। हालांकि गुरुवार को हुई बैठक में बात नहीं बन पाई थी और हड़ताल खत्म नहीं किया था। शुक्रवार को कृषि मंत्री व मुख्य सचिव के साथ चर्चा कर हड़ताल को खत्म कर दिया गया।