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पर्यावरण दिवस पर अपने घर से पौधारोपण की शुरुवात… वन हमारी सांस्कृतिक सभ्यता का अभिनव अंग: वोरा

by Bhupendra Sahu

दुर्ग। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर वरिष्ठ विधायक अरुण वोरा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण जनता की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। पर्यावरण हम सबकी साझा धरोहर है इसे प्राकृतिक रुप में सुरक्षित रखना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। भारतीय संविधान में पर्यावरण की सुरक्षा तथा वन व वन्य जीवो से प्रेम को नागरिको से मौलिक श्रेणी में रखा गया है। इसलिए प्रत्येक नागरिकों का यह दातिय्व है कि वह पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण में योगदान दे। स्वस्थ्य व संतुलित पर्यावरण से ही सच्चे रुप में स्वास्थ्य व सर्वागीण विकास का आधार है।

इसलिए ना केवल वर्तमान बल्कि भावी पीढिय़ो के लिए भी यह आवश्यक है कि पर्यावरण का विकास किया जाए। शुद्ध वायु को बचाने वृहद स्तर पर वृक्षारोपण का कार्य अतिआवश्यक है। अन्यथा आने वाली पीढिय़ों को स्वच्छ वायु मिलना दुष्कर हो जाएगा। राज्य सरकार ने जंगलो को बचाए रखने का अभियान निरंतर जारी है। जिससे तहत् राजीव गांधी किसान न्याय योजना से किसानों को प्रोत्साहित करना, नदियों के किनारे जंगलो व गौठानों में बड़े स्तर पर पौधे लगाए जा रहे है, कृष्ण कुंज विकसित करने की पहल, धरती की उर्वरता और भूजल स्तर को बचाए रखने के लिए गौधन न्याय योजना के माध्यम से शहर की गौठानों में वर्मी कपोस्ट का कार्य भी जारी है।

भविष्य में सिवरेज ट्रीटमेंट प्लाट लगाया जाना प्रस्तावित है ताकि प्रदूषित पानी शुद्ध होकर नदियों में मिले। पर्यावरण सुधार के लिए जनअभियान जरुरी है इसकी शुरुवात आज मैने स्वयं के निवास से पौधारोपण कर शुरुवात की। वर्तमान में पर्यावरण सुधार को जनअभियान बनाने की आवश्यकता है। जिससे हम पर्यावरण प्रदूषण रहित स्वस्थ्य छत्तीसगढ़ और स्वस्थ्य दुर्ग के रुप में बनाने कामयाब होगें।

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