नयी दिल्ली । कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने राष्ट्रीय अनुसंधान विकास निगम (एनआरडीसी) के साथ शुक्रवार को एक समझौता किया, जिसमें निर्यात मूल्य श्रृंखला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कार्य किया जाएगा। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बताया कि इस समझौते के तहत निर्यात के लिए अवशेष या कार्बन मुक्त भोजन का उत्पादन करने के लिए शून्य कार्बन उत्सर्जन खेती से संबंधित जलवायु-अनुकूल कृषि के क्षेत्रों में एपीडा के साथ संयुक्त रूप से प्रौद्योगिकियों को शामिल करना और इनका प्रसार करना है।
यह समझौता एपीडा के सचिव और एनआरडीसी के सीएमडी कमोडोर (सेवानिवृत्त) अमित रस्तोगी के बीच एपीडा के अध्यक्ष आईएएस डॉ. एम. अंगमुथु उपस्थित में हुआ।
समझौते के तहत दोनों संगठन कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मूल्य श्रृंखला के विभिन्न स्तरों पर कृषि और खाद्य प्रसंस्करण से संबंधित अंतर्निहित (एम्बेडेड) प्रौद्योगिकी के व्यावसायीकरण के लिए सहयोगी परियोजनाओं में सहयोग करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि इस समझौते के तहत सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में कम लागत के लिए कृषि मशीनरी का विकास व सुधार, छोटे स्तर के किसानों के लिए उपयोगकर्ता अनुकूल व ऊर्जा कुशल उपकरण, एनआरडीसी इनक्यूबेशन (ऊष्मायन) केंद्र (एनआरडीसीआईसी) से संबंधित कृषि स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देना व इनकी सहायता करना है। जिससे कृषि-निर्यात में जुड़ाव और स्टार्टअप परितंत्र को मजबूत किया जा सके और इसमें एक-दूसरे के साथ ज्ञान साझा करने के लिए एनआरडीसी/एपीईडीए के विशेषज्ञों को मनोनीत करना भी शामिल हैं।
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