नई दिल्ली। देश में पिछले तीन दिनों में कोरोना वायरस के नए केसों में जो कमी देखी गई वह फिर बढ़ोतरी में बदल गई और पिछले एक दिन में चालीस हजार के उछाल लेकर कोरोना के 2,82,970 नए मामले सामने आए और 441 लोगों की मौत दर्ज गई। वहीं अब सक्रीय मामलों का आंकड़ा बढ़ते हुए 18.95 लाख के पार जा पहुंचा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बुधवार को जारी ताजा आंकड़ो के मुताबिक देश में कोरोना के पिछले 24 घंटे में 2,82,970 केस सामने आए और 441 लोगों की मौत हो गई। इस प्रकार अब देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,79,01,241 हो गई, जिसमें दैनिक पॉजिटिविटी रेट 15.31 प्रतिशत और वीकली पॉजिटिविटी दर 15.53 फीसदी है। इस बीच राहत की बात ये रही कि 1.88 लाख लोग स्वस्थ होकर घर भी गए। देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर घटकर 93.88 प्रतिशत है। दूसरी ओर चिंता की बात है कि देश में कोरोना उपचाराधीन सक्रीय मरीजों की संख्या बढ़कर 18,31,000 हो गई है, जो कुल मामलों का 4.83 प्रतिशत है। जबकि इस दौरान 441 और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,87,202 हो गई। देश में मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर घटकर 93.88 प्रतिशत है।
किशोरों का टीकाकरण 3.96 लाख के पार
देश में कोरोना के खिलाफ जंग में चल रहा टीकाकरण अभियान में इस नए साल के शुरुआत में 15-18 साल के बच्चों को वैक्सीन देने का अभियान शुरु हुआ था। आज उसमें एक और उपलब्धि जुड़ गई है। मसलन अब तक 15-18 साल के 3,95,69,731 यानि 50 फीसदी से ज्यादा आबादी को कोरोना की पहली डोज लग चुकी है। जबकि देश में 159.57 करोड़ से ज्यादा टीकाकरण हो चुका है, जिसमें 92.03 से ज्यादा पहली डोज और 66.94 करोड़ दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। इसके अलावा इसी महीने शुरू हुई बूस्टर डोज लेने वालों की संख्या भी 60.14 लाख से ज्यादा हो गई है।
देश में ऐसे बढ़ रहे मामले
देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और उस साल 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ के पार हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ के पार और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी।
ओमिक्रॉन वैरिएंट के 9 हजार मामले
कोरोना के बढ़ते केसों के बीच थोड़ी सी राहत यह भी है कि इस बार दूसरी लहर की तरह ज्यादातर लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है। यही नहीं जिस ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से फैलने के दावे किए जा रहे थे, उसके मामले भारत में बहुत ज्यादा नहीं हैं। देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले फिलहाल 8,961 ही हैं। इससे साफ है कि तीसरी लहर में जो नए केस मिल रहे हैं, उसकी वजह ओमिक्रॉन वैरिएंट नहीं है बल्कि डेल्टा वैरिएंट के चलते ऐसा हो रहा है। देश में कोरोना टीकाकरण की बात करें तो अब तक 158 करोड़ से ज्यादा टीके लग चुके हैं। इसके अलावा 4 करोड़ के करीब किशोरों को भी कोरोना का टीका लगाया जा चुका है।