नई दिल्ली। टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स यानि टाटा एमडी ने ओमिक्रॉन का पता लगाने वाली एक कोविड जांच किट बना ली है जिसे आईसीएमआर से मंजूरी भी मिल गई है। यह बस कुछ ही दिनों में बाजारों में उपलब्ध हो जाएगी। इस किट का नाम ओमिश्योर है, जो नाक और गले से लिए गए सैंपलों की जांच कर कोविड-19 के ओमिक्रॉन वेरिएंट का पता लगा सकती है। वहीं यह दूसरे वेरिएंटों का भी पता लगा सकती ही।
भारत में कोविड प्रबंधन की मुख्य संस्था इंडियन कॉउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा इसके इस्तेमाल की दी गई मंजूरी के बाद उम्मीद है कि किट 12 जनवरी से बाजारों में उपलब्ध हो जाएगी।
अनूठी किट कंपनी ने बताया कि इस किट का जांच का तरीका अनोखा है जिसके तहत ओमिक्रॉन का पता तो लगाया जा ही सकता है, वहीं अगर सैंपल में कोई और एसएआरएस-सीओवी-2 का वेरिएंट हो तो किट उसका भी पता लगा लेगी. इसे दो तरह के एस-जीन वायरल टारगेट का इस्तेमाल करने वाली दुनिया की पहली किट बताया जा रहा है। पहला टारगेट एस-जीन ड्रॉपआउट या एस-जीन टारगेट फेलियर पर आधारित है और दूसरे टारगेट एस-जीन म्युटेशन एम्पलीफिकेशन पर आधारित है। बताया जा रहा है कि यह घर पर खुद जांच कर लेने की किट नहीं है, बल्कि प्रयोगशालाओं में प्रशिक्षित कर्मियों द्वारा इस्तेमाल करने की किट है. यह ढाई घंटे में नतीजा दे देती है।
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