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 पिंजरे में कैद हुए दो तेंदुए… ग्रामीणों व वन विभाग ने ली राहत की सांस… पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में था दहशत का माहौल

by Bhupendra Sahu

कांकेर । चार दिन की कड़ी मशक्कत के बाद व पिछले कुछ दिनों से ग्रामीणों और वन विभाग को हलाकान करने वाले दो तेंदुए भैंसाकट्टा व पलेवा में वन विभाग द्वारा रखे पिंजरे आखिरकार फंस ही गये जिससे वन विभाग व ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है हालांकि वन विभाग व ग्रामीणों का यह भी कहना है कि जो दो तेंदुए पकड़ाये है वह हो सकता है वह आदमखोर तेंदुए न हों या हो सकता है यही आदम खोर तेंदुए हो फिलहाल वन विभाग व ग्रामीणों में इस बात की खुशी देखी जा रही है कि बड़ी मशक्कत के बाद भैंसाकट्टा व पलेवा में वन विभाग द्वारा रखे गये पिंजरे में रविवार की सुबह फंस गये है।

इस सफलता के बाद अब आगे देखना यह है कि जिस आदमखोर तेंदुए के लिये ये चार दिन से मशक्क्त की जा रही थी वो ही है या फिर दूसरे है क्योंकि वन विभाग की माने तो पलेवा क्षेत्र में लगभग 4 से 5 तेंदुए होने की जानकारी मिल रही थी।
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पलेवा में एक वृद्ध व भैंसाकट्टा में एक महिला को एक आदम खोर तेंदुआ ने अपना शिकार व आहार बनाय था जिसके बाद पलेवा व भैंसा कट्टा के ग्रामीणों में दहशत का माहौल था एक के बाद एक लगातार इस घटना ने सभी को परेशान कर दिया था जिसके बाद वन विभाग पिछले चार दिनों से तेंदुए के लिए सीसीटीवी कैमरे जाल व पिंजरा बिछा कर पूरा फोकस इन दो गांवों लगा दिया था दो तीन दिनों से चकमा देने के बाद आखिरकार वे पिंजरे में फंस ही गए।
तेंदुए के लिए खेले गए पिंजरे में फंस गए थे लकड़बग्घा व भालू
पिछले दिनों तेंदुए के लिए डाले गए चारे व पिंजरे में भालू व लकड़बग्घा ही फंस गए थे जिसके बाद फिर से नये पैतरे के साथ तेंदुए की लिए रणनीति बनाई गई जिसके बाद आखिरकार तेंदुए पिंजरे में फंस ही गये जिससे ग्रामीणों व वन विभाग ने राहत की सांस ली है अब देखना यह है कि जो दो तेंदुए पकड़ाये है वह दोनों तेंदुए वही आदमखोर तेंदुए है कि दूसरे है।

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