भिलाई। इस्पात नगरी में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। दिनभर मंदिरों में भगवान कृष्ण के जयकारे गूंजे। सोमवार की आधी रात जैसे ही 12 बजे श्रीकृष्ण के जन्मा का उत्साह दिखा। नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की… जैसे जयकारों के बीच कृष्ण जन्म का उत्सव मनाया गया। मठ-मंदिरों में जहां शंख ध्वनि और मंत्रोच्चार के साथ श्रीकृष्ण की आरती हुई, तो घरों में कान्हा के साथ उनके सात भाइयों की भी पूजा की गई। इसके लिए पूजा कमरे की दीवारों पर आठ बाल चित्र बनाए गए थे।
कोरोना संक्रमण के बीच श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ट्विनसिटी में विविध आयोजन हुए। सेक्टर-6 स्थित अक्षय पात्र में हरे कृष्णा फाउंडेशन ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व का भव्य आयोजन किया। यहां भगवान श्री कृष्ण को 108 प्रकार के पकवानों का भोग लगाए गए। भगवान की पालकी बनाकर, विशेष श्रृंगार कर पूजा अर्चना की गई। भगवान के जन्म समय पर नाव की सवारी कराई गई। इस अवसर पर सुबह से ही विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन व प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।

भारतीय संस्कृति से युवाओं को रूबरू कराने सभी राज्यों के प्रमुख नृत्य जैसे भरतनाट्यम कुचिपुड़ी, कथकली और यश गान, ओडिसी जैसे नृत्यों की प्रस्तुति बच्चों द्वारा दी गई। अक्षय पात्र के आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।