Home » ग्राम स्वरोजगार केंद्र कर रहे नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं के सपनों को साकार

ग्राम स्वरोजगार केंद्र कर रहे नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवाओं के सपनों को साकार

by Bhupendra Sahu

रायपुर । युवा ऊर्जा को सही दिशा दे दी जाए तो निश्चित रूप से सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं। युवाओं को आगे बढ़ाने के इसी संकल्प के साथ राज्य सरकार नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में ग्राम स्वरोजगार केंद्र के माध्यम से पढे़ लिखे स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रही है। इनमें जिले के दूरस्थ नक्सल प्रभावित और भौगोलिक एवं आवागमन के दृष्टि से अत्यंत दुर्गम क्षेत्र कटेकल्याण विकासखंड के ग्राम बेंगलुर में गरीब बेरोजगार युवा श्री कुम्माराम कुड़ामी भी हैं, जिनको आर्थिक सहयोग कर गांव में ही मोटर साईकल रिपेयरिंग कार्य के लिए प्रेरित किया गया और आज वे प्रतिदिन 500 से 600 रूपए की कमाई कर रहे हैं।

स्वरोजगार केंद्र के माध्यम से युवाओं को रोजगाार से जोड़ने के लिए सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग को नोडल बनाया गया है। विभाग के द्वारा अपने अधीक्षकों को ग्राम स्तर तथा मंडल संयोजक को ब्लॉक स्तर पर नोडल बनाया गया है जिससे स्थानीय बेरोजगार युवकों तक पहुंचा जा सके। इन नोडल अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक कर योजना के बारे में जानकारी दे कर इच्छुक बेरोजगार युवकों को स्व-रोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी दौरान ग्राम बेंगलुर के श्री कुम्माराम कुड़ामी से सम्पर्क हुआ। श्री कुम्माराम मोटर साईकल रिपेयरिंग के कार्य मे प्रशिक्षित थे, लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण काम शुरू नहीं कर पा रहे थे। तब नोडल अधीक्षक श्री सुंदर कश्यप ने श्री कुम्माराम कुड़ामी को इस योजना की विस्तृत जानकारी दी व ब्लॉक नोडल अधिकारी मंडल संयोजक श्री दीपेंद्र शर्मा के मार्गदर्शन से श्री कुम्माराम कुड़ामी को 50 हज़ार रुपये का लोन स्वीकृत किया गया। ग्राम पंचायत बेंगलुर में उनके लिए एक दुकान की व्यवस्था कराई गयी और दुकान के संचालन हेतु आवश्यक सामग्री खरीदी गई।
श्री कुड़ामी की दुकान को शुरू हुए 3 माह पूरा हो चुका है और उन्हें प्रतिदिन 5 सौ से 6 सौ तक आमदनी होती है। जिससे वह अपने परिवार का पालन पोषण अच्छे तरीके से कर पा रहे हैं। श्री कुड़ामी अब दूसरे बेरोजगार युवाओं को शासन की इस योजना के बारे में जानकारी देकर स्व-रोजगार के लिए प्रेरित कर रहे हैं। आर्थिक मदद के लिए श्री कुड़ामी ने राज्य सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि शासन के सहयोग से ही मैं और मेरा परिवार सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर रहे हैं।

Share with your Friends

Related Articles

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More