नई दिल्ली । देशभर में एक्सपर्ट्स कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बार-बार चेतावनी दे रहे हैं। इसी बीच अगले महीने से शुरू हो रहे पर्व और त्योहार के सीजऩ ने भी केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर नजर रखने के लिए कहा है। खास कर केंद्र ने राज्यों को कोरोना के ‘आर फैक्टर पर खासा ध्यान रखने को कहा है। ‘आर फैक्टर यानी रिप्रोडक्शन रेट। सरकार ने कहा है कि कोरोना की ‘आरÓ फैक्टर यानी वायरस के प्रजनन दर पर नियंत्रण रखा जाए। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों को लिखी चि_ी में कहा है कि कुछ राज्यों में प्रजनन दर 1 फीसदी के आसपास है, लेकिन कुछ राज्यों में ये बढ़ रहा है।
लिहाज़ा इस पर नजऱ रखने की जरूरत है। भल्ला के मुताबिक जिन जि़लों में पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है, वहां खास ध्यान देने की जरूरत है। आने वाले पर्व और त्योहार के सीजऩ का जि़क्र करते हुए भल्ला ने लिखा है कि सभी भीड़-भाड़ वाले जगहों पर कोरोना के नियमों का पालन कराने की खास जरूरत है। उन्होंने लिखा है कि कोरोना के प्रोटोकॉल को सही तरीके से पालन करने के लिए 5 सूत्री रणनीति पर काम करने की जरूरत है। इसके तहत पांच चीज़ें आती हैं- टेस्ट, ट्रैक, इलाज, वैक्सीनेशन और कोरोना के नियमों का पालन। कुछ राज्यों में पॉजिटिविटी रेट ज्यादा है जबकि कुछ जगह ये बेहद कम है, लेकिन अब भी कड़ाई से सभी नियमों का पालन किया जाए व ढिलाई बरतने से हलात बिगड़ सकते हैं।
भल्ला ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कोविड-19 के प्रबंधन के लिए आवश्यक उपाय करने के लिए जिलों और अन्य सभी स्थानीय अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किया। भल्ला ने जोर देकर कहा कि अधिकारियों को किसी भी ढिलाई के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने ये भी सलाह दी कि संबंधित राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों और जिला अधिकारियों द्वारा इस संबंध में जारी किए गए आदेशों को उचित कार्यान्वयन के लिए व्यापक रूप से प्रसारित किया जाए।
