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भारतीय रेलवे की नई पहल, अब वंदे भारत ट्रेनों में मिलेगा स्थानीय खाने का स्वाद

by Bhupendra Sahu

नई दिल्ली । वंदे भारत ट्रेनों को लेकर सरकार ने एक नई योजना बनाई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को रेल भवन में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में इन ट्रेनों में स्थानीय भोजन उपलब्ध कराने की योजना पर चर्चा की। इस दौरान रेल मंत्री ने कहा कि स्थानीय भोजन की सेवा यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाएगी, क्योंकि इससे उन्हें यात्रा करते समय उस क्षेत्र के स्वाद और संस्कृति का अनुभव मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह सुविधा भविष्य में सभी ट्रेनों में धीरे-धीरे लागू की जाएगी।
रेल मंत्री ने बताया कि भारतीय रेलवे ने ट्रेन टिकटों की बुकिंग में फर्जी पहचान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है, और इसके अच्छे रिजल्ट सामने आ रहे हैं। फर्जी आईडी की पहचान करने और सही पहचान स्थापित करने के लिए एक कड़ा सिस्टम शुरू किया गया है, जिसके बाद आईआरसीटीसी वेबसाइट पर हर दिन करीब 5,000 नए यूजर आईडी बनाए जा रहे हैं। पिछले सुधारों से पहले यह संख्या एक लाख तक पहुंच गई थी।
अब तक 3.03 करोड़ फर्जी अकाउंट्स को बंद किया जा चुका है। साथ ही 2.7 करोड़ यूजर आईडी को अस्थायी रूप से निलंबित किया गया है क्योंकि वे संदेहास्पद गतिविधियों में शामिल थे।
इस सप्ताह की शुरुआत में केंद्रीय मंत्री ने संसद में बताया कि ऑनलाइन तत्काल टिकट बुकिंग में धोखाधड़ी को रोकने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए अब आधार-आधारित ओटीपी प्रणाली लागू की गई है। यह प्रणाली 322 ट्रेनों में चालू हो चुकी है, जिससे तत्काल टिकट की पुष्टि का समय लगभग 65 प्रतिशत बढ़ गया है।
इसके अलावा, रेलवे आरक्षण काउंटरों पर भी आधार-आधारित ओटीपी बुकिंग प्रणाली लागू की जा रही है। अब यह प्रणाली 211 ट्रेनों में शुरू हो चुकी है (4 दिसंबर 2025 तक)। इसके कारण 96 प्रमुख ट्रेनों में 95 प्रतिशत ट्रेनों में तत्काल टिकट की उपलब्धता में सुधार हुआ है।
रेल मंत्री ने आगे बताया कि यूजर अकाउंट की पुन: सत्यापन और जांच की प्रक्रिया की गई है। अब तक 3.02 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को 2025 जनवरी से बंद किया जा चुका है। अकामाई जैसे एंटी-बॉट समाधानों का उपयोग किया जा रहा है, जिससे फर्जी यूजर्स को अलगकर सही यात्रियों के लिए बुकिंग को आसान और स्मूथ बनाया जा सके।
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