रायपुर सुदूर नक्सल प्रभावित ग्राम नियद नेल्लानार (संतोषपुर) में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने विकास की नई उम्मीद जगाई है। यह योजना वहां के लोगों के जीवन में रोशनी की किरण बनकर आई है। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) ने श्री लखमू जैसे अनेक परिवारों को न केवल पक्का घर दिया है, बल्कि आत्मसम्मान और आत्मनिर्भरता की नई राह भी दिखाई है। यह योजना अब ग्रामीणों के जीवन में स्थायी बदलाव लाने का माध्यम बन चुकी है।
उल्लेखनीय है कि पहले बीजापुर जिले के दूरस्थ नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र में शासकीय योजनाओं का क्रियान्वयन संभव नहीं हो पाता था, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्राम नियद नेल्ला नार में स्वीकृत आवासों में से 18 आवासों का निर्माण पूरा हो चुका है। गांव में तेजी से निर्माण कार्य जारी है और लोगों के चेहरों पर विश्वास और सुरक्षा की नई चमक दिखाई दे रही है।
संतोषपुर निवासी श्री लखमू पनिका इस योजना के प्रमुख लाभार्थियों में से एक हैं। वे बताते हैं कि उनकी पत्नी का निधन हो चुका है और वे अपने बेटे-बहू तथा पोते के साथ रहते हैं। दो एकड़ जमीन में खेती करके वे किसी तरह जीवनयापन कर रहे थे। गरीबी और माओवाद के डर के कारण पक्का घर बनाना उनके लिए असंभव था। श्री लखमू बताते हैं कि जब मुझे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर की स्वीकृति मिली, तब मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आज मेरे पास अपना पक्का घर है, जिसमें मैं सुरक्षित और सम्मानपूर्वक जीवन बिता रहा हूँ। यह सब शासन-प्रशासन की मदद से संभव हुआ है। हमारे गांव के लिए यह योजना सचमुच रोशनी की किरण बनकर आई है।