नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर सोमवार को लोकसभा में बहस से पहले राजनीतिक टकराव चरम पर पहुंच गया। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष से अपील की कि वे चर्चा के दौरान ‘लक्ष्मण रेखा’ पार न करें और पाकिस्तान की भाषा बोलने से बचें। इस पर कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया।
रिजिजू की दो टूक: “पाकिस्तान के हित में बयान न दें विपक्ष”
रिजिजू ने कहा कि, “मैं विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस से अनुरोध करता हूं कि वे ऐसा कुछ न कहें जो भारत के राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाए। भारतीय सेना की गरिमा बनाए रखें। विपक्ष के बयान पाकिस्तान और भारत विरोधी ताकतें अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करती हैं।” उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “जब रावण ने लक्ष्मण रेखा पार की थी, तो लंका जली थी। जब पाकिस्तान ने सीमा लांघी, तो उसके आतंकी ठिकानों पर कहर बरपा।”