नईदिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत की पहली पारी 387 रनों पर सिमट गई. जिसके साथ उन्होंने मेजबान टीम के पहली पारी 387 के स्कोर की बराबरी करके एक अनोखी उपलब्धि हासिल कर ली. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह 9 वीं बार है जब दोनों टीमों ने पहली पारी में बराबर स्कोर बनाया हो. इसके साथ यह पांचवां सबसे बड़ा स्कोर बन गया है जो बराबरी पर खत्म हुए.
लॉर्ड्स में चल रहे टेस्ट में, भारत का 387 रनों का स्कोर बल्लेबाजों के अनुशासित प्रदर्शन की बदौलत आया. राहुल ने 177 गेंदों में शानदार शतक जड़ा और दिलीप वेंगसरकर के बाद लॉर्ड्स में दो शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बन गए. जबकि टीम के उपकप्तान ऋषभ पंत ने 74 रनों की पारी खेली और ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा ने 72 रन बनाए.
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में पहली पारी में स्कोर लेवल का पहला उदाहरण 1910 में डरबन में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए टेस्ट मैच में देखने को मिला था, जब दोनों टीमों ने 199 रन बनाए थे. ऐसे मामलों में सर्वोच्च स्कोर 1994 में एंटीगुआ में इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज टेस्ट में था, जब दोनों टीमों ने 593 रनों का विशाल स्कोर बनाया था. इस सूची में, मौजूदा टेस्ट में टीम का कुल स्कोर 387 पांचवें स्थान पर है.
भारत के साथ ऐसा तीन बार हुआ है जब टेस्ट की पहली पारी में दोनों टीमों का स्कोर लेवल रहा हो. पहली बार ऐसा 1958 में कानपुर में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुआ था, जब दोनों टीमों ने अपनी पहली पारी में 222 रन का स्कोर किया था, दूसरी बार 1986 में बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ (390) और तीसरी बार मौजूदा लॉर्ड्स टेस्ट मैच में हुआ है.
टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में केवल दो मैचों का नतीजा टाई की शक्ल में देखने को मिला, जो एक दुर्लभ उदाहरण है. क्रिकेट में मैच तब बराबरी या टाई पर समाप्त होता है जब दोनों टीमों का स्कोर बराबर हों. ऐसा अनोखा परिणाम 9 दिसंबर, 1960 को ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज और 18 सितंबर, 1986 को भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के मैच में आया.
लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय पारी 387 पर समाप्त होने के बाद, इंग्लैंड दिन का खेल समाप्त होने में आठ मिनट शेष रहते बल्लेबाजी के लिए उतरा. इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज जैक क्रॉली और बेन डकेट ने जसप्रीत बुमराह द्वारा फेंके गए एकमात्र ओवर का सामना किया. मेजबान टीम ने दिन का खेल 2/0 के स्कोर पर समाप्त किया.
इस दौरान कुछ नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला जब भारतीय कप्तान शुभमन गिल की समय बर्बाद करने को लेकर इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों के साथ तीखी बहस हो गई. जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है.