नईदिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा काफी बढ़ गई है, जिसमें आगे निकलने के लिए कंपनियां अलग-अलग तरीके अपना रही हैं।
ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने खुलासा किया है कि मेटा ने उनकी टीम के कई इंजीनियरों को लगभग 860 करोड़ रुपये तक के बोनस ऑफर किए हैं।
उनका कहना है कि अब तक उनकी टीम के किसी भी प्रमुख इंजीनियर ने यह प्रस्ताव नहीं स्वीकारा है, लेकिन टैलेंट को लेकर होड़ साफ दिखाई दे रही है।
मेटा अपनी सुपरइंटेलिजेंस टीम को खड़ा करने के लिए काफी प्रयास कर रही है।
हाल ही में उसने डाटा-लेबलिंग स्टार्टअप स्केल एआई में लगभग 1,230 अरब रुपये का निवेश किया और उसके सीईओ एलेक्जेंडर वांग को अपनी एआई टीम का प्रमुख बनाया।
मेटा का मानना है कि ओपनएआई उसका सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी है और उसे पीछे छोडऩे के लिए कंपनी सभी जरूरी कदम उठा रही है। टॉप इंजीनियरों को लुभाने के लिए वह बड़े ऑफर पेश कर रही है।
एआई क्षेत्र में टैलेंट की मांग इतनी बढ़ चुकी है कि कंपनियां अब इंजीनियरों को किसी स्टार खिलाड़ी की तरह खास पैकेज दे रही हैं।
मेटा जैसे प्लेटफॉर्म ओपन-सोर्स एआई में पहले आगे थे, लेकिन अब उन्हें कर्मचारियों की कमी और नए मॉडलों की देरी जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, ओपनएआई, गूगल और चीन की कंपनियां लगातार नए प्रयोगों और निवेशों के जरिए प्रतिस्पर्धा में आगे बने रहने की कोशिश कर रही हैं।
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