नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज होगा. टीम इंडिया के खिलाड़ी पहले ही इंग्लैंड के लिए रवाना हो चुके हैं और अभ्यास मैच में भाग ले रहे हैं. टीम इंडिया नए कप्तान के साथ टेस्ट सीरीज खेल रही है. युवा खिलाड़ी शुभमन गिल को टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है. ऋषभ पंत ने उपकप्तान की जिम्मेदारी संभाली है.
इस बार भारत किसी भी कीमत पर इंग्लैंड की धरती पर जीत हासिल करने के लिए तैयार है. इससे पहले उन्होंने 2007-2008 में इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी. उसके बाद से भारत पिछले 17 मैचों में कोई सीरीज नहीं जीत सका है. अगर भारत इस बार सीरीज जीतता है तो यह एक रिकॉर्ड होगा. इसके अलावा शुभमन गिल इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने वाले चौथे कप्तान बन जाएंगे.
इस बीच कोच गंभीर अंग्रेजों को हराने के लिए एक मजबूत भारतीय टीम उतारने की तैयारी कर रहे हैं. इस बात पर चर्चा हो रही है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा की जगह कौन लेगा. इस बीच कोच गंभीर एक और वरिष्ठ भारतीय खिलाड़ी को झटका देने की तैयारी में हैं.
इस बार कोच गंभीर अंग्रेजों को उनकी ही धरती पर हराने की तैयारी में हैं. वो इसके लिए एक अच्छी और मजबूत टीम तैयार करने की योजना बना रहे हैं. कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो इस बात की संभावना है कि सीनियर और अनुभवी ऑलराउंडर को इसके लिए अंतिम टीम से बाहर कर दिया जाएगा. ऐसा कहा जा रहा है कि ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को इस सीरीज से बाहर रखा जा सकता है.
रवींद्र जडेजा कई वर्षों से भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ी रहे हैं. विशेषकर भारतीय उपमहाद्वीप में वह अपनी स्पिन गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसी विदेशी धरती पर गेंदबाज के तौर पर जडेजा का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है.
जडेजा ने पिछले पांच वर्षों में विदेश में खेले गए 13 टेस्ट मैचों में उन्होंने 37.22 की औसत से गेंदबाजी की है. यह उनके पूरी गेंदबाजी औसत (24.14) से अधिक है. उनकी बल्लेबाजी में सुधार हुआ है लेकिन स्पिनर के रूप में वह टीम को आवश्यक विकेट दिलाने में संघर्ष कर रहे हैं. इस पृष्ठभूमि में उनकी जगह वाशिंगटन सुंदर को चुने जाने की संभावना है.
वाशिंगटन सुंदर का विदेश में अच्छा रिकॉर्ड है. बॉर्डर गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों से चमक बिखेरी. वो अच्छे फॉर्म में हैं और उनसे इंग्लैंड में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
