नई दिल्ली । आधुनिक युग के वेस्टइंडीज के विस्फोटक और भरोसेमंद सफेद गेंद वाले क्रिकेटरों में से एक, निकोलस पूरन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की. उन्होंने 29 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया.
वेस्टइंडीज के लिए सबसे ज्यादा टी20 रन और मैच खेलने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपने फैसले का खुलासा किया. उन्होंने पोस्ट में उल्लेख किया कि यह उनके लिए मुश्किल था, लेकिन उन्होंने इस फैसले पर पहुंचने से पहले काफी सोचा था.
पूरन ने लिखा, मैरून रंग की शर्ट पहनना, राष्ट्रगान के लिए खड़ा होना और हर बार मैदान पर कदम रखते ही अपना सबकुछ देना… यह शब्दों में बयां करना मुश्किल है कि यह मेरे लिए वास्तव में क्या मायने रखता है. कप्तान के तौर पर टीम का नेतृत्व करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है जिसे मैं हमेशा अपने दिल के करीब रखूंगा.
पूरन ने खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में अपनी बल्लेबाजी का हुनर दिखाया और टी20ढ्ढ में राष्ट्रीय टीम के लिए सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी के तौर पर उभरे. हालांकि, उनके करियर में कुछ उतार-चढ़ाव भी आए जैसे 2019 में अफगानिस्तान के खिलाफ बॉल टैंपरिंग के लिए कुछ समय के लिए निलंबन. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के दौरान पोलार्ड की अनुपस्थिति में टीम की कप्तानी भी की और टीम को 4-1 से जीत दिलाई.
पूरन ने 106 टी20ढ्ढ में 136.39 के स्ट्राइक रेट से 2275 रन बनाए हैं. उन्होंने राष्ट्रीय टीम के लिए 61 वनडे मैच भी खेले हैं जिसमें उन्होंने 3 शतक बनाए हैं और 2019 विश्व कप में भी टीम का हिस्सा थे. उल्लेखनीय है कि पिछले दो महीनों में रिटायरमेंट लेने वाले पूरन 5वें बल्लेबाज हैं.
पूरन ने इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए अहम भूमिका निभाई और 14 मैचों में 196.25 की शानदार स्ट्राइक रेट से 524 रन बनाए. क्रिकेट वेस्टइंडीज ने उनके योगदान के लिए उनकी तारीफ की और स्टार कैरेबियाई बल्लेबाज को धन्यवाद भी दिया.
