नई दिल्ली । भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के करोड़ों ग्राहकों के लिए यह खबर थोड़ी निराशाजनक हो सकती है। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने एक बार फिर अपनी सावधि जमा (एफडी) योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दरों में कटौती कर दी है। इसका सीधा मतलब है कि अब ग्राहकों को अपनी जमा राशि पर पहले से कम ब्याज मिलेगा।
बैंक की वेबसाइट के अनुसार, ब्याज दरों में यह बदलाव बीते 16 मई, 2025 से प्रभावी हो गया है। गौरतलब है कि यह एक महीने के भीतर एफडी ब्याज दरों में एसबीआई की दूसरी कटौती है। इससे पहले 15 अप्रैल, 2025 को भी दरों में संशोधन किया गया था।
एसबीआई ने 3 करोड़ रुपये से कम की रिटेल सावधि जमाओं पर सभी अवधियों के लिए ब्याज दरों में 20 आधार अंकों (बीपीएस) की कमी की है। इस कटौती के बाद, सामान्य नागरिकों के लिए एफडी पर ब्याज दरें 3.30त्न से 6.70त्न प्रति वर्ष के बीच होंगी। इससे पहले, ये दरें 7 दिनों से लेकर 10 साल तक की अवधि के लिए 3.50त्न से 6.90त्न प्रति वर्ष के बीच थीं।
बैंक की खास अमृत वृष्टि (444 दिन की अवधि) योजना पर भी ब्याज दर में 20 बीपीएस की कटौती की गई है। सामान्य ग्राहकों के लिए इस योजना पर ब्याज दर को 7.05त्न से घटाकर अब 6.85त्न कर दिया गया है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी एसबीआई की विशेष एफडी योजनाओं पर ब्याज दरों में संशोधन हुआ है। वरिष्ठ नागरिकों को अब विशेष योजना के तहत 7.35त्न प्रति वर्ष की ब्याज दर मिलेगी। वहीं, अति वरिष्ठ नागरिकों (80 वर्ष और उससे अधिक आयु के) को प्रति वर्ष 7.45त्न की ब्याज दर की पेशकश की जाएगी। बैंक की वी-केयर डिपॉजिट स्कीम की ब्याज दर में भी कमी की गई है। इस कटौती से फिक्स्ड डिपॉजिट कराने वाले ग्राहकों की आय पर सीधा असर पड़ेगा और उन्हें अब कम रिटर्न मिलेगा।
