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राहुल गांधी का ऑपरेशन ब्लू स्टार को गलती मानना बड़ी बात: संजय राउत

by Bhupendra Sahu

मुंबई । शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ऑपरेशन ब्लू स्टार पर दिए बयान की सराहना करते हुए केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। राउत ने कहा कि राहुल गांधी एक साफ-सुथरे और ईमानदार नेता हैं, जो अपनी गलतियों को स्वीकार करने की हिम्मत रखते हैं।
उन्होंने कहा, राहुल गांधी ने ऑपरेशन ब्लू स्टार को गलती मानकर बड़ी बात की है, जबकि उस समय वह राजनीति में नहीं थे। गलती स्वीकार करना राजनीति में दुर्लभ है। प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री शाह को उनसे सीख लेनी चाहिए। ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद देश ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और सेना के जनरल को खोया, लेकिन राहुल ने उस दौर की गलती को स्वीकार कर साहस दिखाया। हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे देश में ऐसा नेता है। राजनीति में गलती स्वीकार करना बहुत बड़ी बात होती है। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को राहुल गांधी से गलती स्वीकार करना और आगे बढऩा सीखना चाहिए।
संजय राउत ने हाल के आतंकी हमलों को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, राजनाथ सिंह कहते हैं कि करारा जवाब दिया जाएगा, लेकिन हम इंतजार कर रहे हैं। देश चाहता है कि आतंकियों को जवाब मिले। जब वह दिन आएगा, हम सरकार के साथ खड़े होंगे। कश्मीर में हालिया आतंकवादी हमले और पुलवामा हमले में 40 जवानों की शहादत के लिए कौन जिम्मेदार हैं? अमित शाह को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए, जैसे 26/11 हमले के बाद शिवराज पाटिल ने इस्तीफा दिया था। जब कड़ी प्रतिक्रिया देने का समय आएगा तो हम निश्चित रूप से सरकार के साथ खड़े होंगे।
राउत ने ऑल पार्टी मीटिंग में अपनी अनुपस्थिति का जिक्र करते हुए कहा, हम वहां इसलिए नहीं गए, क्योंकि हम अमित शाह का इस्तीफा मांगते। इससे सरकार की स्थिति असहज हो जाती। संसद में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। 27 लोगों की मौत के बाद अमित शाह को पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। हम संसद में यह मुद्दा उठाएंगे।
वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री मंजिंदर सिंह सिरसा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर 1984 के सिख नरसंहार को लेकर तीखा हमला बोला है। सिरसा ने कहा, 1984 का सिख नरसंहार, एक ऐसा काला अध्याय जिसे कोई सिख कभी भूल नहीं सकता। कांग्रेस और गांधी परिवार की शह पर 8000 से ज्यादा सिखों को दिल्ली की सड़कों पर जिंदा जला दिया गया। गुरु घरों में बेअदबी हुई, माताओं की गोद उजड़ गई और आज राहुल गांधी उस दर्द पर बस ये कहते हैं, ‘जो हुआ, गलत हुआ’, क्या राहुल गांधी का यह बयान सिख समुदाय के दर्द को कम कर सकता है?
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