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दिव्यांगों में मौजूद क्षमता को बढ़ाने और शिक्षित-प्रशिक्षित करने के लिए समाज के विशेष योगदान की आवश्यकता : राज्यपाल

by Bhupendra Sahu

रायपुर । राज्यपालरमेन डेका पद्मश्री गोविंदराम निर्मलकर ऑडिटोरियम गौरव पथ में अभिलाषा के वार्षिकोत्सव, पुरस्कार वितरण एवं सम्मान समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर सांसद संतोष पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित थे। राज्यपाल श्री रमेन डेका ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगों में मौजूद क्षमता को बढ़ाने उन्हें शिक्षित-प्रशिक्षित करने में समाज का विशेष योगदान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों में सिक्स सेंस अधिक करता है तथा इसे और सक्रिय कर उनमें विद्यमान कार्य क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। यह कार्य केवल सरकार द्वारा पूरा करना संभव नहीं होता, इसके लिए समाज की भागीदारी बढ़ाई जानी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि जिन दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण के पश्चात विभिन्न संस्थाओं में नौकरी मिल गई है, वे इसे अपनी संपूर्ण मंजिल न समझें, बल्कि आगे बढऩे के लिए प्रयास करते रहें। इस दौरान उन्होंने दिव्यांगों के लिए समर्पित संस्था अभिलाषा को 2 लाख 50 हजार रूपए राजभवन से प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने यह भी कहा कि शासन द्वारा समाज कल्याण के लिए जितनी योजनाएं है, उनका लाभ इन दिव्यांगों को मिले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

राज्यपाल श्री रमेन डेका ने राजनांदगांव में दिव्यांगजनों के लिए संचालित संस्था अभिलाषा के कार्यों की सराहना की और कहा कि किसी संस्था के तीस वर्ष सेवा भाव से व्यतीत होना किसी चुनौती से कम नहीं होता। इस संस्था से अपनी शिक्षा पूर्ण कर चुके अनेक दिव्यांगजन अपने पैरों पर खड़े हो कर समाज में सम्मानजनक जीवनयापन कर रहे हंै। उन्होंने कहा कि समाज के दिव्यांगजन ने शारीरिक या मानसिक रूप से या किसी तरह से अक्षम हो जाते हैं, तब उन्हें आगे बढऩे के समान अवसर प्रदान करना सबकी जिम्मेदारी है। राज्यपाल ने कहा कि अभिलाषा संस्था में लाभान्वित हो रहे 30 से भी अधिक दिव्यांगजन शासकीय सेवा के साथ-साथ स्वरोजगार से जुड़कर अपना जीवन यापन सम्मानजनक रूप से कर पा रहे हैं। राज्यपाल ने दिव्यांग साथियों, सेवाभावी पदाधिकारियों, दानदाताओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पीडि़त मानवता की सेवा पथ पर पूर्ण उत्साह और ऊर्जा के साथ कार्य करते रहें। उन्होंने वार्षिकोत्सव और पुरस्कार वितरण समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को बधाई देते हुए उनकी सफलता की कामना की। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील करते हुए कहा कि वे अपने बच्चों को प्रोत्साहित करते रहें और उनकी हरसंभव सहायता करें। उनके इस समर्थन और प्रेरणा से ही ये बच्चे जीवन में नए ऊंचाईयां हासिल कर सकते हैं। राज्यपाल ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में आयोजित एट होम रिसेप्शन में शामिल होने के लिए चयनित राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम कुसमी की लखपति दीदी श्रीमती दिव्या निषाद के जीवन वृत्तांत को दिव्यांगजनों एवं अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्पद बताया।

सांसद श्री संतोष पाण्डेय ने कहा कि इस संस्था द्वारा दिव्यांगों के सर्वागीण विकास के लिए सराहनीय कार्य किए जा रहे है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव ऐसा जिला है, जहां सीआरसी (दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास एवं सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केन्द्र) की स्थापना की गई है और यहां दिव्यांगों को विशेष रूप से शिक्षित-प्रशिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा दिव्यांगजनों को अपने पैरों पर खड़े होने के लिए रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है। नि:स्वार्थ भाव से दिव्यांगों के लिए कार्य करने वाली संस्था की उन्होंने सराहना की।

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